दरअसल सतना स्थिति मध्य प्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कपंनी के 220 केवी सब स्टेशन की सीटी (करंट ट्रांसफॉर्मर) जल जाने के चलते ऐसा हुआ। सीटी जलने से बिजला आपूर्ति ठप हो गई। यह सब हुआ दीवाली की रात करीब 9.39 बजे। प्रकाश पर्व पर पूरा इलाका अंधेरे में डूबा तो कंपनी के अधिकारियों के होश उड़ गए। आनन-फानन में कर्मचारियों को जुटाया गया। फिर भी तकरीबन घंटे भर से ज्यादा समय तक सतना व पन्ना में बिजली गुल रही।
बताता जा रहा है कि इस गड़बड़ी के चलते सतना शहर, नागौद, पन्ना, रामपुर बाघेलान, मझगवां, पवई समेत कई इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप रही। लोग घरों व वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को झालरों से सजा कर अंधेरे में बैठे बिजली आने का इंतजार करते रहे। कुछ उत्साही लोग तो बिजली दफ्तरों तक पहुंच गए। कई जगह विवाद की स्थिति भी आई। विद्युत वितरण कंपनी के लाइन स्टॉफ ने तकनीकी दिक्कत का हवाला दिया पर कोई मानने को तैयार नहीं था।
मध्य प्रदेष पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध संचालक सुनील तिवारी के अनुसार करंट ट्रासफार्मर में खराबी आने की वजह से बिजली की सप्लाई बाधित हुई थी जो जल्द ही रीस्टोर कर दी गई। इसके अलावा ट्रांसमिशन कंपनी की तरफ से सप्लाई में कही कोई व्यवधान नहीं आया।
बता दें कि दीवाली से पहले बिजली वितरण कंपनियों के साथ ट्रांसमिशन कंपनी, पावर जनरेटिंग कंपनी भी अपना मेंटेनेंस करती हैं ताकि त्योहारों के वक्त किसी तरह का बिजली सप्लाई में व्यवधान ना आए। इस बार भी बिजली कंपनियों ने दीवाली से पहले तक मेंटेनेंस का काम किया। फिर इतनी बड़ी चूक उनके कामकाज पर सवाल खड़ा कर रही है।