वह 11 केवी लाइन में फाल्ट की जानकारी मिलने पर सोमवार की सुबह सात बजे सब स्टेशन से परमिट लेकर झोपा गांव पहुंचा। वह जैसे ही लाइन सुधारने खंभे में चढ़ा तभी अचानक विद्युत प्रवाह शुरू होने से वह करंट की चपेट में आ गया। घटना की जानकारी मिलते की विद्युत कंपनी के कार्यपालन यंत्री अमरपाटन मौके पर पहुंचे और खंभे में लटक रहे शव को उतरवने में जुट गए। लेकिन आक्रोशित परिजनों ने उच्चाधिकारियों को मौके पर बुलाने एवं दोषियों पर एफआईआर कराने पर अड़े रहे। जिसके चलते दोपहर १ बजे तक ५ घंटे शव खंभे में लटकता रहा।
कलेक्टर के निर्देश पर दर्ज कराई रिपोर्ट
घटना की जानकारी मिलने पर कलेक्टर अजय कटेसरिया ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एपी द्विवेदी एवं थाना प्रभारी को मौके पर जाकर मालना दर्ज कराने के निर्देश दिए। तब कहीं जाकर परिवनों ने शव को खंभे से उतारने दिया। एसडीएम ने मृतक का पीएम कराने के बाद शव परिजनों का सौंप दिया।
मौके पर 5 हजार की सहायता
घटना की जानकारी मिलते ही अमरपाटन के कार्यपालन अभियंता आरके पटेल घटना स्थल पहुंच कर परिजनों को मौके पर 5 हजार रूपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई। वहीं 50 हजार रूपए की विभागीय सहातया एवं परिजन को अनुकंपा नियुक्ति अतिशीघ्र दिलाने का आश्वासन देकर मामला शांत करने की कोशिश की। लेकिन परिजन दोषी कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर कराने पर अड़े रहे।
मामला दवाने में जुटे कंपनी के अधिकारी
परिजनों का अरोप है कि सब स्टेशन से लाइन चालू करने के कारण बुद्धसेन की मौत हुई है। उनका कहना था कि यह दुघटना नहीं हत्या है। जब कर्मचारी परमिट लेकर हाइटेंशन लाइन में सुधार करने गया था तो फिर उस फीडर के ११ केवी लाइन में करंट कैसे आ गया। वहीं विद्युत विभाग के अधिकारी घटना को हादसा बताते हुए मामले को दबाने में जुटे रहे। अंत में कलेक्टर के निर्देश पर रामनगर सब स्टेशन के सहायक यंत्री विनोद कुमार रामनगर थाना पहुंच कर घटना की सूचना थाना प्रभारी को दी। पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए घटना की विवेचना में जुट गई है।
कलेक्टर के निर्देश पर दर्ज कराई रिपोर्ट
घटना की जानकारी मिलने पर कलेक्टर अजय कटेसरिया ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एपी द्विवेदी एवं थाना प्रभारी को मौके पर जाकर मालना दर्ज कराने के निर्देश दिए। तब कहीं जाकर परिवनों ने शव को खंभे से उतारने दिया। एसडीएम ने मृतक का पीएम कराने के बाद शव परिजनों का सौंप दिया।
मौके पर 5 हजार की सहायता
घटना की जानकारी मिलते ही अमरपाटन के कार्यपालन अभियंता आरके पटेल घटना स्थल पहुंच कर परिजनों को मौके पर 5 हजार रूपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई। वहीं 50 हजार रूपए की विभागीय सहातया एवं परिजन को अनुकंपा नियुक्ति अतिशीघ्र दिलाने का आश्वासन देकर मामला शांत करने की कोशिश की। लेकिन परिजन दोषी कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर कराने पर अड़े रहे।
मामला दवाने में जुटे कंपनी के अधिकारी
परिजनों का अरोप है कि सब स्टेशन से लाइन चालू करने के कारण बुद्धसेन की मौत हुई है। उनका कहना था कि यह दुघटना नहीं हत्या है। जब कर्मचारी परमिट लेकर हाइटेंशन लाइन में सुधार करने गया था तो फिर उस फीडर के ११ केवी लाइन में करंट कैसे आ गया। वहीं विद्युत विभाग के अधिकारी घटना को हादसा बताते हुए मामले को दबाने में जुटे रहे। अंत में कलेक्टर के निर्देश पर रामनगर सब स्टेशन के सहायक यंत्री विनोद कुमार रामनगर थाना पहुंच कर घटना की सूचना थाना प्रभारी को दी। पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए घटना की विवेचना में जुट गई है।