पुलिस का कहना है, तीन दिन से मोनू अहरी टोला में रहने वाली अपनी मां और छोटे भाई के पास आकर रहने लगा था। गुरुवार को दोपहर में पूजा के फोन करने पर भी मोनू उसके पास नहीं गया तो शाम को पूजा बेटी को लेकर शाम करीब 6 बजे अहरी टोला पहुंच गई। वहां दोनों के बीच झगड़ा शुरू हुआ तो मोनू की मां नातिन को लेकर बाहर चली गई। बंद कमरे में दोनों के बीच जमकर विवाद और मारपीट हुई। इसी बीच मोनू ने पूजा की हत्या कर दी। बाहर निकला तो दरवाजे बंद कर वह धवारी की ओर घूमने निकल गया। वहां से लौटा तो उसने पूजा की छोटी बहन, सहेली और फिर अपनी मां को फोन पर हत्या के बारे में बताया। इसके बाद डायल 100 को फोन पर सूचना दी।
पुलिस सूत्रों का कहना है, आरोपी अतुल और मृतका पूजा की सामाजिक तौर पर शादी नहीं हुई थी। दोनों कई साल से लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। पूजा के मायके वाले राजेंद्र नगर गली नंबर 7 में ममता शुक्ला के घर में किराए से रहते हैं। पूजा अपनी दो साल की बेटी के साथ रहती थी। अतुल भी इन्हीं के साथ रहकर पान की दुकान चलाता था। धनतेरस के दिन पूजा के झुमके और बेटी की पायल समेत अन्य गहने चोरी हो गए थे। इसकी शिकायत भी उसने कोतवाली में दर्ज कराई थी। जब मोनू ने दूसरे गहने बनवाने को कहा तो पूजा को शक हुआ कि जुआ खेलने के लिए मोनू ने गहने चोरी किए हैं। इसी बात पर दोनों के बीच विवाद हो गया था।