scriptमैहर नप के लोडर टेंडर में गड़बड़झाला | loader fucked in tender | Patrika News

मैहर नप के लोडर टेंडर में गड़बड़झाला

locationसतनाPublished: May 26, 2020 07:08:55 pm

Submitted by:

Pushpendra pandey

मल्टीनेशनल कंपनी ने लगाए आरोप, टेंडर निरस्त करने की मांग

मैहर नप के लोडर टेंडर में गड़बड़झाला

मैहर नप के लोडर टेंडर में गड़बड़झाला

सतना. लॉकडाउन के बीच मैहर नगर परिषद में गत सप्ताह जारी टेंडर विवादों में घिर गया है। बैकहो लोडर के लिए बुलाए गए इस टेंडर में मल्टीनेशनल कंपनी ने गंभीर आपत्ति लगाई है। आरोप है कि किसी कंपनी और ब्राण्ड विशेष को ही ऑर्डर देने के लिए यह टेण्डर डिजाइन किया गया है। इस टेंडर से 7 से 8 लाख रुपए तक का अनैतिक लाभ लिया जा सकता है। शिकायतकर्ता कंपनी ने इस विवादित टेंडर को निरस्त करने की मांग की है। उधर नगर परिषद अध्यक्ष ने यह स्वीकार किया है कि उन्होंने कंपनी विशेष के लिए ही यह टेण्डर तैयार किया है, क्योंकि उन्हें वही लेना है।
मैहर नगर परिषद ने 11 मई को बैकहो लोडर खरीदने के लिये एक टेंडर जेम पोर्टल पर डाला। इसकी समाप्ति तिथि 23 मई तय की गई थी। टेंडर को लेकर अब विवाद की स्थिति बन गई है। टाटा हिताची कंपनी ने आरोप लगाए हैं कि एक विशेष कंपनी के विशेष मॉडल को केन्द्रित करते हुए टेण्डर तैयार किया गया है। इससे अन्य कंपनियां इस निविदा में शामिल नहीं हो सकती हैं। इसमें जानबूझकर ऐसी श्रेणी शामिल की गई है जो स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को प्रतिबंधित करती है। सामान्य भाषा में कहा गया जाए तो यह टेण्डर फिक्स करके निकाला गया है। अब कंपनी ने इस शासकीय नियमों के विपरीत बताते हुए टेण्डर निरस्त करने की मांग की है।
यह हैं आरोप
टाटा कंपनी का आरोप है जिस तरीके से टेंडर में शर्तें डाली गई हैं वे टेण्डर फिक्सिंग का सीधा-सीधा उदाहरण है। मसलन जो शर्तें वे कंपनी विशेष के विशेष मॉडल में ही मिल सकती हैं। मसलन आपरेटिंग वजन केवल 7510 किलो, ओवरऑल विड्थ केवल 2320 मिमी, ओवर ऑल व्हील बेस केवल 2171 मिमी, बैकहो बकेट डिङ्क्षगग डेप्थ केवल 4.77 मीटर, लोडर बकेट पे लोड केवल 1800 किलोग्राम शामिल है। बताया गया है कि यह पैरामीटर एक कंपनी विशेष में ही मिलेंगे, अन्य में नहीं।
खरीद प्रक्रिया का उल्लंघन
टाटा ने पैरामीटर प्रतिबंध को अनुचित सार्वजनिक खरीद प्रक्रिया बताते हुए इसमें भ्रष्ष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। कहा है कि यह जेम टेंडरिंग प्रक्रिया की विशेषताओं और विकल्पों में सिर्फ हेरफेर नहीं बल्कि जेम नीति के विपरीत है। यह भी कहा है कि इससे नगर परिषद को बड़ी पूंजी का नुकसान भी होगा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो