यह हैं आरोप
टाटा कंपनी का आरोप है जिस तरीके से टेंडर में शर्तें डाली गई हैं वे टेण्डर फिक्सिंग का सीधा-सीधा उदाहरण है। मसलन जो शर्तें वे कंपनी विशेष के विशेष मॉडल में ही मिल सकती हैं। मसलन आपरेटिंग वजन केवल 7510 किलो, ओवरऑल विड्थ केवल 2320 मिमी, ओवर ऑल व्हील बेस केवल 2171 मिमी, बैकहो बकेट डिङ्क्षगग डेप्थ केवल 4.77 मीटर, लोडर बकेट पे लोड केवल 1800 किलोग्राम शामिल है। बताया गया है कि यह पैरामीटर एक कंपनी विशेष में ही मिलेंगे, अन्य में नहीं।
टाटा कंपनी का आरोप है जिस तरीके से टेंडर में शर्तें डाली गई हैं वे टेण्डर फिक्सिंग का सीधा-सीधा उदाहरण है। मसलन जो शर्तें वे कंपनी विशेष के विशेष मॉडल में ही मिल सकती हैं। मसलन आपरेटिंग वजन केवल 7510 किलो, ओवरऑल विड्थ केवल 2320 मिमी, ओवर ऑल व्हील बेस केवल 2171 मिमी, बैकहो बकेट डिङ्क्षगग डेप्थ केवल 4.77 मीटर, लोडर बकेट पे लोड केवल 1800 किलोग्राम शामिल है। बताया गया है कि यह पैरामीटर एक कंपनी विशेष में ही मिलेंगे, अन्य में नहीं।
खरीद प्रक्रिया का उल्लंघन
टाटा ने पैरामीटर प्रतिबंध को अनुचित सार्वजनिक खरीद प्रक्रिया बताते हुए इसमें भ्रष्ष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। कहा है कि यह जेम टेंडरिंग प्रक्रिया की विशेषताओं और विकल्पों में सिर्फ हेरफेर नहीं बल्कि जेम नीति के विपरीत है। यह भी कहा है कि इससे नगर परिषद को बड़ी पूंजी का नुकसान भी होगा।
टाटा ने पैरामीटर प्रतिबंध को अनुचित सार्वजनिक खरीद प्रक्रिया बताते हुए इसमें भ्रष्ष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। कहा है कि यह जेम टेंडरिंग प्रक्रिया की विशेषताओं और विकल्पों में सिर्फ हेरफेर नहीं बल्कि जेम नीति के विपरीत है। यह भी कहा है कि इससे नगर परिषद को बड़ी पूंजी का नुकसान भी होगा।