सतना

ड्यूटी के बदले नगर सैनिकों से पैसा वसूलता था प्लाटून कमांडर, लोकायुक्त टीम ने धरदबोचा

दो हजार की रिश्वत लेते प्लाटून कमांडर ट्रेप, सागर लोकायुक्त टीम ने कार्रवाई

सतनाAug 08, 2018 / 05:53 pm

suresh mishra

lokayukta police arrests platoon commanders for taking bribe in panna

पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई की है। बताया गया कि जिला होमगार्ड अधिकारी केके नरौलिया के आदेश पर प्लाटून कमांडर सुरेश कुमार सोनी ड्यूटी के बदले नगर सैनिकों से पैसा वसूलता था। पीडि़त नगर सैनिक धक-हारकर मामले की शिकायकत सागर लोकायुक्त से की। शिकायत की सत्यता की पुष्टि होने के बाद बुधवार को ट्रेप करने का दिन नियत किया गया। जैसे ही पीडि़त ने प्लाटून कमांडर को 2 हजार रुपए रिश्वत की रकम दी तो लोकायुक्त की टीम ने आरोपी को रंगे हाथ पकड़ लिया। कार्रवाई में कोई व्यवधान न पैदा हो इसलिए सागर लोकायुक्त की टीम ने आरोपी को पकड़कर कोतवाली ले गई। जहां देर शाम तक कार्रवाई जारी रही।
ये है मामला
लोकायुक्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिला होमगार्ड अधिकारी केके नरौलिया के इशारे पर प्लाटून कमांडर सुरेस कुमार सोनी होमगार्ड ड्यूटी में तैनात नगर सैनिकों से पैसा वसूलता था। न देने पर रोज आना-कानी होती थी। परेशान होकर नगर सैनिक राममनोहर तिवारी नें मामले की शिकायत सागर लोकायुक्त से की। शिकायत में बताया कि जो सैनिक पैसा नहीं देता था। उन सैनिकों को अधिकारियों की प्रताडऩा का सामना करना पड़ता था। कहा कि मेरी ड्यूटी अवध बिहारी मंदिर में थी। आरोपी प्लाटून कमांडर ने पहले दो हजार रुपए की मांग की।
फिर 2500 रुपए के लिए अड़ गया

फिर 2500 रुपए के लिए अड़ गया। अब भला हम छोटे कर्मचारी रिश्वत में अपनी सैलरी दे या परिवार का पेट पाले। बताया कि रिश्वत देने का यह पहला मामला नहीं, आरोपी सभी कर्मचारियों से पैसा वसूलता है। सैनिक ने हिम्मत दिखाते हुए इसकी शिकायत सागर लोकायुक्त से की। जांच के बाद नगर सैनिक की शिकायत सही पाई गई। फिर बुधवार की दोपहर बस स्टैंड में दबिश देकर आरोपी को 2 हजार रुपए लेते रंगे हाथ पकड़ लिया गया। सागर लोकायुक्त की 4 सदस्यीय टीम ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
ये रहे टीम में शामिल
सागर लोकायुक्त ने ट्रेप की कार्रवाई निरीक्षक मंजू सिंह के नेत्रत्व में की। इस दौरान आरक्षक आशुतोष व्यास, आरक्षक अरविंद नायक, आरक्षक सुरेन्द्र प्रताप सिंह सहित दो अन्य साक्षी मौजूद रहे। जिले में अब तक कई सरकारी अफसरों की गर्दन लोकयुक्त के हत्थे चढ़ चुकी है फिर भी सरकारी नुमाइंदे रिश्वत लेने की हरकतों से बाज नहीं आ रहे है।
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