विभाग में हड़कम्प, दफ्तर खाली
लोकायुक्त की दबिश की भनक लगते ही कार्यालय में हड़कम्प मच गया। कार्यालय में मौजूद दो-तीन बाबू भाग खड़े हुए और जो कर्मचारी उस समय तक दफ्तर नहीं पहुंचे थे वे आए ही नहीं। कार्रवाई डीएसपी प्रवीण सिंह परिहार की अगुवाई में हुई। रीवा से लोकायुक्त की टीम तीन गाडिय़ों में अमरपाटन पहुंची थी।
लोकायुक्त की दबिश की भनक लगते ही कार्यालय में हड़कम्प मच गया। कार्यालय में मौजूद दो-तीन बाबू भाग खड़े हुए और जो कर्मचारी उस समय तक दफ्तर नहीं पहुंचे थे वे आए ही नहीं। कार्रवाई डीएसपी प्रवीण सिंह परिहार की अगुवाई में हुई। रीवा से लोकायुक्त की टीम तीन गाडिय़ों में अमरपाटन पहुंची थी।
अमरपाटन ब्लॉक की जरुआ नरवार शासकीय विद्यालय में पदस्थ शिक्षक मोहम्मद नसीर रोजाना रीवा से अप-डाउन करते थे। स्कूल से गायब रहने के आरोपों पर निलंबित कर खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में अटैच कर दिया गया था। निलंबित करने के बाद नियम है कि तीन माह में आरोपी को आरोप पत्र थमाया जाए या निलंबन बहाल किया जाए। लेकिन बीइओ द्वारा न तो शिक्षक को आरोप पत्र दिया गया और न ही निलंबन बहाल किया गया। शिक्षा विभाग में बीते सात माह में यह दूसरा ऐसा मामला है जब अधिकारी रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए हैं। पहले जिला शिक्षा केंद्र के एपीसी को पकड़ा था।
गोपाल सिंह धाकड़, एसपी, लोकायुक्त