नेताओं का मानना है कि ऐसा करने से जीत की संभावना बढ़ सकती है। हालांकि, फूल भेजने और उसके संभावित इस्तेमाल पर प्रशासन या समिति के अधिकारी कुछ कहने से कतरा रहे हैं। जबकि, चढ़ावे का फूल प्रतिदिन आठ से दस बोरे मिनी ट्रक में चित्रकूट तक भेजा जा रहा है।
भारी मात्रा में चढ़ोत्तरी के फूल की छंटनी की गई रविवार को मंदिर से भारी मात्रा में चढ़ोत्तरी के फूल की छंटनी की गई। पता चला फूल चित्रकूट भेजे जाने हैं। दर्जनभर कर्मचारी फूल छांटने और लोड करने में लगे रहे। कर्मचारियों ने प्रशासनिक अधिकारी के निर्देश पर फूल चित्रकूट भेजने की की जानकारी दी। मामला चर्चा में आने पर सफाई दी कि फूल आल्हा अखाड़ा भेजे जा रहे है।
इससे पूर्व पहाड़ी पर डाल दिए जाते थे जबकि, आल्हा अखाड़ा के संत डॉ. राम गोपाल ने इससे इनकार कर कहा, आल्हा अखाड़ा में न तो आयोजन है और न ही मंदिर से फूल मंगाए गए हैं। एसडीएम ने फूल वाहन में लोड करने और भेजे जाने की जानकारी नहीं होना बताया। बताते चलें कि इससे पूर्व चढ़ोतरी का फूल साफ-सफाई के बाद मंदिर के पिछले हिस्से में ही पहाड़ी पर डाल दिए जाते थे।
25 बोरे से अधिक फूल चित्रकूट जा चुके हैं लेकिन पिछले दो दिनों से छंटनी चल रही है। मुरझाए फूल पहाड़ी के पिछले डाले जा रही हैं। ताजा और सुगंधित फूल टोकरी में पैक कर भेजे जा रहे है। पुजारियों ने बताया, फूल प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देश पर चित्रकूट जा रहे है। अभी तक 25 बोरे से अधिक फूल चित्रकूट जा चुके हैं।
आचार संहिता में शिक्षक ने की नारेबाजी
चित्रकूट विधानसभा उपुचनाव में प्रचार-प्रसार करने के लिए विगत माह एक दिवसीय प्रवास पर आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का स्वागत करने राज्य अध्यापक संघ के पदाधिकारी भी पहुंचे। इस दौरान जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र त्रिपाठी के नेतृत्व में आचार संहिता की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं। शुकवाह ग्राम में शिवराज सिंह सहित भारतीय जनता पार्टी जिंदाबाद के नारे लगाए गए।
वीडियो वायरल होते ही हड़कंप
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होते ही हड़कंप मच गया। जिला निर्वाचन अधिकारी ने मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारी मुकेश कुमार शुक्ला ने बताया कि शिक्षक द्वारा किसी राजनीतिक दल, नेता के पक्ष में नारेबाजी की गई है तो यह आचार संहिता का उल्लंघन है। ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।