जुलाई में विधानसभा सत्र के दौरान भाजपा के मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी और ब्योहारी विधायक शरद कोल ने क्रॉस वोटिंग की थी। इसके बाद दोनों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ की मौजूदगी में भाजपा और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर गंभीर आरोप लगाए थे। इस दौरान दोनों विधायकों ने कांग्रेस सरकार को समर्थन देने की घोषणा की थी। नारायण त्रिपाठी ने इसे अपनी घर वापसी बताया था। त्रिपाठी 2014 में भाजपा में शामिल होने से पहले कांग्रेस के विधायक थे। वहीं शरद कोल भी 2018 के विधानसभा चुनाव के पहले शहडोल में कांग्रेस के उपाध्यक्ष थे।