4 जनवरी से सभी निकायों में कचरा उठाव का कार्य शुरू होना था। सतना-रीवा की तर्ज पर छोटे निकायों में भी कचरा उठाव की व्यवस्था शुरू करने का निर्णय सालभर पहले हुआ था। इसके तहत सतना, रीवा, सीधी व सिंगरौली के 28 निकायों को शामिल किया गया था।
सेंट्रलाइज व्यवस्था के तहत टेंडर प्रक्रिया पूरी की गई। रीवा की रेमकी कंपनी को काम मिला। उसके बाद जुलाई 2018 में रीवा में सभी निकायों के सीएमओ की बैठक हुई। कंपनी ने सभी निकायों से कचरा उठाव के लिए अनुबंध किया। इसके तहत 4 जनवरी से इन निकायों में कचरा उठाव शुरू होना चाहिए था पर ठेका कंपनी ने ऐसा नहीं किया। निर्धारित तिथि से 20 दिन से ज्यादा समय गुजर चुका है पर सभी चुप्पी साधे बैठे हैं।
यह है समस्या
इस पूरे मामले की लीड इकाई रीवा नगर निगम है। रीवा निगम कमिश्रर को ही इस संबंध में आदेश देने हैं। लेकिन, उन्होंने अनुबंध के बाद भी ठेका कंपनी को कचरा उठाव का आदेश नहीं दिया है। इसके पीछे कारण है कि संबंधित निकायों ने कचरा उठाव का मांग पत्र अपनी ओर से नहीं भेेजा है। अगर, ये पत्र नहीं भेजा जाता है, तो अपने विवेक का उपयोग करते हुए निगमायुक्त रीवा आदेश नहीं दे सकते।
ये हैं नगरीय निकाय
सतना, रीवा, सीधी व सिंगरौली में 28 निकायों को कचरा उठाव के लिए शामिल किया गया है। सतना से चित्रकूट, कोठी, बिरसिंहपुर, जैतवारा, नागौद, रामपुर, कोटर, उचेहरा, मैहर व अमरपाटन और रीवा से गोविंदगढ़, गुढ़, मनगवां, मऊगंज, हनुमना, नई गढ़ी, त्योंथर, चाकघाट, सिरमौर, सेमरिया, बैंकुठपुर नगर निकाय शमिल हैं।
कंपनी ने सभी निकायों से अनुबंध किया है। लेकिन, किसी भी निकाय ने अपना आवेदन कमिश्रर नगर निगम रीवा को नहीं भेजा है। इसके चलते हमें काम शुरू करने का आदेश नहीं मिल पा रहा है।
आरके श्रीवास्तव, चीफ मैनेजर, रेमकी, रीवा