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भाई-बहन की MP पुलिस ने नहीं ली मारपीट की शिकायत, घर लौटे तो फिर आरोपियों ने कर दिया अधमरा

locationसतनाPublished: Jan 19, 2019 01:49:21 pm

Submitted by:

suresh mishra

दो पक्षों के विवाद को पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया, दोनों घायल, जिला अस्पताल में भर्ती

madhya pradesh police nahi daraj karti hai FIR

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सतना। पुलिसिया लापरवाही की खामियाजा भाई-बहन को भुगतना पड़ा। उनकी शिकायता को गंभीरता से नहीं लिया गया और बैरंग लौटा दिया गया। जब वे घर लौट रहे थे, तो आरोपियों ने घेराबंदी करते हुए हमला कर दिया। जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनो को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना के बाद पुलिस की नींद खुली और कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति का खेल शुरू किया गया। ये मामला कोलगवां थाने से जुड़ा हुआ है।
ये है मामला
जानकारी अनुसार, दुर्गा नगर नई बस्ती में रहने वाले नीलू कोल (19) के घर में 14 जनवरी को जन्मदिन का कार्यक्रम चल रहा था। इस दौरान डीजे आदि भी बजाया जा रहा था। तभी प्रिंस जायसवाल व विपिन जायसवाल पहुंचे और डीजे बंद करने को कहा। जिसको लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। जन्मदिन कार्यक्रम में डीजे बंद कराने पहुंचे युवकों ने हमला करते हुए मारपीट कर दी।
उल्टा दोनों को वापस लौटा दिया

इसकी रिपोर्ट लिखाने नीलु अपनी बहन कोमल के साथ कोलगवां थाने पहुंची। लेकिन, पुलिस ने दूसरे पक्ष को समझाने का प्रयास किया और न ही प्रकरण दर्ज किया। उल्टा दोनों को वापस लौटा दिया। उसके बाद आरोपी अपने साथी विक्की वर्मा व मुकेश के साथ पहुंचा और जमकर मारपीट कर दी। इसमें नीलू और कोमल गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हे जिला अस्पताल पहुंचाया गया। चौकी के माध्यम से तहरीर पहुंची, तो कोलगवां पुलिस की नींद खुली और जांच शुरू हुई।
हरकत में आई पुलिस
शुरुआती दौर में कोलगवां थाना पुलिस चुप्पी साधकर बैठी थी। लेकिन, ये मामला वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आ गया। जिसके बाद थाना पुलिस सक्रिय हुई और जांच व कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति का खेल शुरू किया गया। अभी तक आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार तक नहीं किया है। अगर, समय रहते कोलगवां पुलिस गंभीरता दिखाती। आरोपियों को बुलाकर समझाइस देती, या फिर प्रकरण दर्ज करते हुए कानूनी कार्रवाई करती। तो भाई-बहन पर हमला नहीं होता।
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