ये है मामला
मृतक के पिता ने बताया कि 14 अगस्त 2018 को सतना के सिविल लाइन स्थित शासकीय आवास में सुबह आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक अभिषेक सिंह मृत मिले थे। पुलिस पहले ही दिन से इस हत्या को आत्महत्या करार देने में लगी थी। लेकिन रीवा में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मुह एवं नाक दबाकर मौत होने का खुलासा होने पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया। मामले में पुलिस मोबाइल लोकेशन एवं सीसीटीवी कैमरा के आधार पर शहडोल निवासी शेरू खान को गिरफ्तार कर चुकी है। शेरू खान ने हत्या में लोक निर्माण विभाग में सहायक यंत्री रहे प्रदीप सिंह के शामिल होने की जानकारी दी है। जबकि इसमें और आरोपी भी हो सकते हैं।
मृतक के पिता ने बताया कि 14 अगस्त 2018 को सतना के सिविल लाइन स्थित शासकीय आवास में सुबह आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक अभिषेक सिंह मृत मिले थे। पुलिस पहले ही दिन से इस हत्या को आत्महत्या करार देने में लगी थी। लेकिन रीवा में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मुह एवं नाक दबाकर मौत होने का खुलासा होने पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया। मामले में पुलिस मोबाइल लोकेशन एवं सीसीटीवी कैमरा के आधार पर शहडोल निवासी शेरू खान को गिरफ्तार कर चुकी है। शेरू खान ने हत्या में लोक निर्माण विभाग में सहायक यंत्री रहे प्रदीप सिंह के शामिल होने की जानकारी दी है। जबकि इसमें और आरोपी भी हो सकते हैं।
तत्कालीन डीएसपी पर छोडऩे का आरोप
उन्होंने मुख्य आरोपी प्रदीप सिंह का शपथ पत्र में उपस्थित होना बताया है, लेकिन तत्कालीन डीएसपी अमर सिंह ने रेस्ट हाउस में पूछताछ कर उसे छोड़ दिया है। अब पुलिस आरोपी को नहीं पकड़ पा रही है। आरोप लगाया कि पुलिस उसको पहले ही सूचना दे देती है, जिसके परिणाम स्वरूप विवेचना अधिकारी के पहुंचने से पहले ही वह निकल जाता है। सतना में पुलिस अधिकारियों के इस रवैया से मुख्य आरोपी खुला घूम रहा है। ऐसे में एसआईटी टीम गठित कर मामले की जांच कराई जाए। इनके समर्थन में पूर्व अध्यक्ष अधिवक्ता संघ वीरेन्द्र सिंह, अधिवक्ता राजकुमार शुक्ला एवं रामेश्वर सोनी, मजदूर नेता कौशल सिंह जेडीएस के प्रदेश अध्यक्ष शिव सिंह मौजूद रहे।
उन्होंने मुख्य आरोपी प्रदीप सिंह का शपथ पत्र में उपस्थित होना बताया है, लेकिन तत्कालीन डीएसपी अमर सिंह ने रेस्ट हाउस में पूछताछ कर उसे छोड़ दिया है। अब पुलिस आरोपी को नहीं पकड़ पा रही है। आरोप लगाया कि पुलिस उसको पहले ही सूचना दे देती है, जिसके परिणाम स्वरूप विवेचना अधिकारी के पहुंचने से पहले ही वह निकल जाता है। सतना में पुलिस अधिकारियों के इस रवैया से मुख्य आरोपी खुला घूम रहा है। ऐसे में एसआईटी टीम गठित कर मामले की जांच कराई जाए। इनके समर्थन में पूर्व अध्यक्ष अधिवक्ता संघ वीरेन्द्र सिंह, अधिवक्ता राजकुमार शुक्ला एवं रामेश्वर सोनी, मजदूर नेता कौशल सिंह जेडीएस के प्रदेश अध्यक्ष शिव सिंह मौजूद रहे।
पुलिस वापस लौटी…
अभिषेक सिंह हत्याकांड में शामिल आरोपी प्रदीप सिंह के रीवा में होने की जानकारी सतना की सिविल लाइन पुलिस को लगी थी। इसकी तलाश में सतना पुलिस ने दबिश दी, लेकिन वह रात में ही निकल गया। रीवा में आरोपी के पिता रहते हैं। इसके अतिरिक्त अन्य रिश्तेदार भी रहते है उन्हीं की मदद के सहारे व पिछले छह महीने से फरारी काट रहा है। टीआई थाना सिविल लाइन संतोष तिवारी ने बताया कि रीवा शहर के अलावा, सिल्परा, बैकुण्ठपुर में भी तलाश की गई। पुलिस की एक टीम अभी दिल्ली में है। लेकिन दोनों जगह आरोपी पकड़ में नहीं आ सका।
अभिषेक सिंह हत्याकांड में शामिल आरोपी प्रदीप सिंह के रीवा में होने की जानकारी सतना की सिविल लाइन पुलिस को लगी थी। इसकी तलाश में सतना पुलिस ने दबिश दी, लेकिन वह रात में ही निकल गया। रीवा में आरोपी के पिता रहते हैं। इसके अतिरिक्त अन्य रिश्तेदार भी रहते है उन्हीं की मदद के सहारे व पिछले छह महीने से फरारी काट रहा है। टीआई थाना सिविल लाइन संतोष तिवारी ने बताया कि रीवा शहर के अलावा, सिल्परा, बैकुण्ठपुर में भी तलाश की गई। पुलिस की एक टीम अभी दिल्ली में है। लेकिन दोनों जगह आरोपी पकड़ में नहीं आ सका।