बताया गया है कि भाजपा नेता एवं लघु विकास उद्योग निगम के पूर्व अध्यक्ष अखंड प्रताप सिंह की पत्नी अर्चना सिंह मंगलवार को दिल्ली से सतना आ रहीं थी। अर्चना ट्रेन में अकेले सफर कर रहीं थी, उनके साथ परिजन या सहयोगी नहीं था। एसी-2 के एच-1 कोच के बर्थ नंबर- 9 पर लेटी हुईं थीं। ट्रेन करीब 11.15 के आस-पास झांसी स्टेशन पहुंची, तब तक अर्चना सिंह की नींद खुली हुई थी और बैग भी सुरक्षित था। इसके बाद उन्हे झपकी लग गई, निवार स्टेशन के पास उनकी नींद खुली तो देखा कि पास रखा नकदी व जेवर से भरा बैग गायब था। उसके बाद उन्होंने शोर मचाना शुरू किया और ट्रेन में टीटीई को खोजने लगीं। लेकिन टे्रन में टीटीई नहीं मिला। इसी बीच महोबा स्टेशन आ गया।
उन्होंने स्टेशन पर मौजूद जीआरपी व आरपीएफ को वारदात की जानकारी दी। लेकिन, रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई ट्रेन को आगे रवाना कर दिया गया। उसके बाद ट्रेन बांदा में रुकी, यहां भी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। इसी बीच ट्रेन में स्कार्ट के रूप में मौजूद दो सिपाही ओमवीर व नूर मोहम्मद आए और पूरी घटना की जानकारी लेकर चित्रकूट में रिपोर्ट दर्ज कराने का आश्वासन दिया। लेकिन, वहां भी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। सुबह करीब 6 बजे सतना स्टेशन पर उतरीं, तो जीआरपी को शिकायत दीं। अब इस मामले की जांच जीआरपी सतना कर रही है।
जब ट्रेन चित्रकूट पहुंची, तो अर्चना सिंह ने जीआरपी को संपर्क किया और वारदात की जानकारी दी। लेकिन, जीआरपी ने ये कह कर रिपोर्ट दर्ज करने से इंकार कर दिया कि घटना स्थल अन्य जगह का है। इसके बाद स्कार्ट सिपाही ने जीरो नंबर पर अपनी डायरी में ही पूरा मामला दर्ज किया और संबंधित थाने को ट्रांसफर करने का आश्वासन दिया।
पत्नी के साथ चोरी की वारदात की सूचना मिलने के बाद भाजपा नेता अल सुबह सतना स्टेशन पहुंच गए। यहां उन्होंने अर्चना सिंह से पूरी वारदात की जानकारी ली। इसके बाद रेलवे अधिकारियों से बात करते हुए वारदात के लिए उन्हे जिम्मेदार ठहराया। रेलवे के टीटीई व स्कार्ट सिपाहियों पर गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया।
वारदात के बाद शिकायत दर्ज कराने के लिए भाजपा नेता की पत्नी करीब 333 किमी. भटकती रही। बताया जाता है कि निवार स्टेशन पर वारदात हुई, उसके बाद सही सुनवाई सतना स्टेशन पर हो सकी। इन दो स्टेशनों की बीच की दूरी 333 किमी है। वहीं ट्रेन निवारी, मऊरानीपुर, हरपालपुर, बेलाताल, महोबा जंक्शन, बांदा, अतर्रा, चित्रकूटधाम, मझगवां, जैतवारा स्टेशन पर रूकते हुए सतना पहुंची थी। इस तरह उन्होंने करीब 7 घंटे का सफर परेशानी में किया।