बता दे कि पिछले दिनों महाराष्ट्र के कांदिवली में नकली टीकाकरण का केस का खुलासा हुआ था। इसमें पता चला था कि वहां कैंप लगाकर नकली वैक्सीन लगाई जा रही थी। इसका पर्दाफाश महाराष्ट्र पुलिस ने किया था। लेकिन उस गिरोह का एक सदस्य महाराष्ट्र पुलिस की गिरफ्त से एक युवक भाग निकला था जिसे सतना जीआरपी ने पकड़ लिया है।
अब इस आरोपित को लेने कांदिवली (मुंबई) पुलिस टीम शुक्रवार को सतना पहुंची जिसके बाद उन्हें आरोपित को सौंपने की कार्रवाई शुरू हुई। इस संबंध बताया जा रहा है कि शनिवार को आरोपितों को सतना कोर्ट में पेश किया गया। अब महाराष्ट्र पुलिस इस आरोपी को मुंबई ले जाएगी।
जीआरपी उप थाना प्रभारी गोविंद त्रिपाठी बताते हैं कि मुंबई के कांदिवली में नकली कोरोना वैक्सीन लगाने वाले गिरोह के सदस्य के ट्रेन से भागने की सूचना शासकीय रेल पुलिस जबलपुर रेंज को मिली थी, जिसकी सूचना के आधार पर गुरुवार शाम बिहार जाने वाली 2142 पटना सुपरफास्ट ट्रेन में दबिश देकर आरोपित 19 वर्षीय मोहम्मद करीम पिता अकबर अली निवासी प्रांतपुरि जिला कटिहार बिहार को पकड़ कर थाने ले जाया गया। साथ ही इसकी सूचना महाराष्ट्र पुलिस को दी गई, जिसके बाद शुक्रवार को महाराष्ट्र मुंबई के कांदिवली थाना प्रभारी विजय वी कांदलगायकर सहित चार सदस्यीय टीम सतना पहुंची है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर महाराष्ट्र पुलिस के हवाले किया गया।
400 से अधिक लोगों को लगाई थी वैक्सीन मुंबई कांदिवाली थाना से आए प्रभारी विजय वी कांदलगायकर ने बताया है कि मई माह में कांदिवली के हीरानंद काम्प्लैक्स में कोरोना वैक्सीन के लिए आरोपितों द्वारा शिविर लगाया गया था। इसमें इन लोगों ने चार सौ से अधिक लोगों को नकली कोविशील्ड कंपनी की कोरोना वैक्सीन लगाई थी। इसके लिए गिरोह के सदस्य लोगों को 12 सौ रुपये वसूल रहे थे लेकिन इसका प्रमाण पत्र नहीं दे रहे थे। जब इसकी सूचना पुलिस को मिली तो पूछताछ हुई और नकली वैक्सीन लगाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ।
इस मामले में पूर्व में ही चार आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके थे लेकिन एक आरोपी पुलिस से बचते-बचाते बिहार भाग रहा था। अन्य आरोपियों की निशानदेही पर जानकारी लगी कि वह पटना सुपरफास्ट से बिहार भाग रहा है तभी रेलवे पुलिस को भी सूचित किया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपित मोहम्मद करीम एवं उसके चार अन्य साथियों के खिलाफ धारा 268 , 270 , 274 , 276 , 277 , 419 , 420 , 188 , 465 , 467 एवं 468 के अलावा आईटी एक्ट के तहत भी मुकदमा कायम किया गया है।
नर्सिंग का छात्र है आरोपित गिरफ्तार आरोपी मो. करीम ने पूछताछ में बताया कि वह मुंबई में रहकर नर्सिंग की पढ़ाई कर रहा है और प्रथम वर्ष का छात्र है। उसे वैक्सीन नकली होने के बारे में जानकारी नहीं थी। उसने अन्य पकड़े गए लोगों के कहने पर वैक्सीनेशन किया था। उसने बताया कि शिविर में उसने 390 लोगों को कोरोना का टीका लगाया था। वहीं पूरे मामले में गिरफ्तारी के बाद जीआरपी और महाराष्ट्र पुलिस भी आरोपित से अन्य पूछताछ कर रही है।