गंभीर तौर पर जख्मी साइकिल सवार और एक स्कूल के बच्चे को जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया। हादसे के पीछे ऑटो चालक के नशे में धुत्त रहने और तेज रफ्तार को कारण माना जा रहा है। घायल चार बच्चों का इलाज सिविल अस्पताल मैहर में किया जा रहा है।
ऑटो के सामने एक साइकिल सवार आ गया बताया गया कि, कटनी रोड स्थित पटेहरा क्षेत्र में संचालित महर्षि स्कूल के पांच बच्चों को लेकर ऑटो चालक सुबह आठ बजे शहर से निकला। ऑटो की रफ्तार तेज बताई जा रही है। नेशनल हाइवे किनारे मोंड़ पर मुड़ते समय आटो चालक के सामने अचानक एक साइकिल सवार आ गया। चालक नियंत्रण खो दिया और साइकिल सवार को रौंदते हुए बिजली के खंभे में टकरा गया।
बच्चों के बीच चीख पुकार मच गई हादसे में ऑटो अनियंत्रित हो कर पलट गया। स्कूली बच्चों के बीच चीख पुकार मच गई। इधर, साइकिल सवार भी रोड किनारे गिरकर तड़पता रहा। राहगीरों ने स्कूल के छात्रों में अनुराग गुप्ता, आंचल सिंह, ज्योति सिंह, आस्था चौरसिया आदि को ऑटो से बाहर निकाला। आटो चालक रमेश चौधरी पिता सुंदर लाल चौधरी निवासी हनुमान टोला मैहर पूरी तरह लहुलूहान हो चुका था।
2 जिला अस्पताल रेफर उसकी हालत देखते हुए त्वरित रूप से सिविल अस्पताल मैहर पहुंचाया गया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। हादसे के शिकार साइकिल सवार युवक शिवेंद्र सिंह और स्कूल के एक छात्र की हालत गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।
चुनौती बन रही नौनिहालों की सुरक्षा
स्कूल के कर्मचारियों ने बताया कि निजी स्तर पर प्रबंधन ने कुल पांच बसों का संचालन कर रखा है। जिसका शुल्क निर्धारित है। शहर के अलग-अलग लगभग सभी मोहल्लों से होकर स्कूल की बसें गुजरती हैं। जिसमें यात्रा की पूरी गारंटी होती है। लेकिन अभिभावक चंद रुपए बचत की लालच में स्कूल बसों से बच्चों को न भेजकर ऑटो के माध्यम से स्कूल तक की दूरी तय करवा रहे हैं।
स्कूल के कर्मचारियों ने बताया कि निजी स्तर पर प्रबंधन ने कुल पांच बसों का संचालन कर रखा है। जिसका शुल्क निर्धारित है। शहर के अलग-अलग लगभग सभी मोहल्लों से होकर स्कूल की बसें गुजरती हैं। जिसमें यात्रा की पूरी गारंटी होती है। लेकिन अभिभावक चंद रुपए बचत की लालच में स्कूल बसों से बच्चों को न भेजकर ऑटो के माध्यम से स्कूल तक की दूरी तय करवा रहे हैं।
मानक नजरअंदाज
आमदनी की लालच में ऑटो चालक मानक से कई गुना अधिक बच्चों को लेकर स्कूल-कालेजों तक की भर्राटे भर रहे हैं। मंगलवार के हादसे में असमय काल की गाल समाए आटो चालक के बाबत परिजनों ने बताया कि उसकी पत्नी से लंबे समय से अनबन चल रही है। जिसमें वह मानसिक रूप से परेशान चल रहा था और मंगलवार को आटो चलाते समय नियंत्रण खोने से हादसा हुआ।
आमदनी की लालच में ऑटो चालक मानक से कई गुना अधिक बच्चों को लेकर स्कूल-कालेजों तक की भर्राटे भर रहे हैं। मंगलवार के हादसे में असमय काल की गाल समाए आटो चालक के बाबत परिजनों ने बताया कि उसकी पत्नी से लंबे समय से अनबन चल रही है। जिसमें वह मानसिक रूप से परेशान चल रहा था और मंगलवार को आटो चलाते समय नियंत्रण खोने से हादसा हुआ।