लोकल मीडिया से आ रही खबरों के मुताबिक मैहर रेलवे के अमानती समान घर में करोड़ों रुपए से भरा एक बैग तीन दिन पहले मिला था। स्थानीय रेलवे के अधिकारियों और आरपीएफ ने मामले की दो दिन तक दबा कर रखा। तीसरे दिन अचानक से मीडिया के सामने कुछ बड़ा मिलने की बात सामने आने लगी। इस बात का अंदाजा भी लगाया जा सकता है कि जब खुद आरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर है तो कुछ बड़ा है। सूत्रों की मानें तो बैग में डेढ़ करोड़ रुपए से ज्यादा रुपए है। यह भी कहा जा रहा है कि पहले रुपयों को खपाने की कोशिश की गई है लेकिन कुछ अधिकारियों ने मिलकर पोल खोल दी।
यह बात भी सामने आ रही है कि तीन माह पहले किसी यात्री ने रेलवे स्टेशन के अमानती समान घर में रुपए से भरा बैग रखकर चला गया। फिर दोबारा नहीं लौटा। अमानती समान घर का नियम है कि यहां पर कोई भी बैग 12 घंटा या फिर 24 घंटे से ज्यादा नहीं रखा जा सकता। जब उक्त आदमी तीन महीने तक नहीं लौटा तो उस लॉकर के बारे में खोजबीन की गई। अब यह तय हुआ कि पता किया जाए कि इसमे है क्या। छोटे अधिकारियों ने अपने से बड़े अधिकारियों को मामले की जानकारी दी तो धीरे-धीरे बात यहां तक पहुंच गई।
वेंडरों से आ रही उड़ती उड़ती खबर में अभी तक 58 लाख की जब्ती हुई है। लेकिन ये बात किसी को नहीं पच रही कि जब एक-एक हजार के नोट भी बैग में है। जो नंबर 2016 में ही बंद हो गए थे। अभी फ्री हाल सभी अधिकारी जांच में जुटे है। नोटों के पारखी को भी बुलाया गया है। बैंक अधिकारियों की भी मदद ली जा रही है।
– सूत्रों की मानें तो यह बात भी सामने आ रही है कि कोई आदमी जानबूझकर पुलिस को उलझा दिया है।
– अगर वाकई किसी के पैसे होते तो वह क्यों न आता है।
– हो सकता है कि वह किसी हादसे का शिकार हो गया है तो परिजनों ने क्यों खोजबीन नहीं की।
– शायद बैग रखने वाले को रुपए निकालने का मौका ही नहीं मिल पाया।
– अधिकारियों ने पहले तो पैसे खपाने की कोशिश की लेकिन नकली नोट ने पोल खोल दी।
– बड़ा मामला ही तो है इसलिए उपर से नीचे तक किसी अधिकारी ने अभी तक मुंह नहीं खोला है।
– कहां जा रहा है कि पहले दो-दो हजार के नोट कुछ आपस में बंटे है।
– थोड़ पैसे विभाग को जब्ती कराकर बाह-बाही लूटना चाहते है।
– अमानती समान घर में रेलवे के पास नही है कोई रिकॉर्ड।