वहीं तिल के लड्डू, गन्ने, अनाज, खिचड़ी और द्रव्य-दक्षिणा रखकर महिलाएं और पुरुष दान का संकल्प करते है। ज्यादातर घरों में विशेष पूजा-अर्चना होती और लोग दान पुण्य करते है। अंग्रेजी नववर्ष का पहला पर्व होने के कारण शहर के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमडऩे की संभावना बड़ी हुई है। वहीं रामवन, बिरसिंहपुर सहित अन्य गांवों में पंच दिवसीय मेला लगता है।
चित्रकूट में मेले जैसा जश्न
जिला मुख्यालय से 80 किमी. दूर धर्म-नगरी चित्रकूट में देश-प्रदेश सहित सतना और कर्बी, बांदा, अर्तरा, महोबा के लाखों लोग मां मंदाकिनी में डुबकी लगाते है। साथ ही कामदगिरि की परिक्रमा लगाकर नए वर्ष का शुभारंभ करते है। हर साल मकर संक्रांति पर यहां पांच दिन तक उत्सव जैसा माहौल रहता है। हनुमान धारा, सती अनसुइया, गुप्त गोदावरी, स्फटिक सिला, भरतकूप, लक्ष्मण पहडिय़ा सहित शहर की सतना नदी पर पांच दिन तक निरंतर मेला चलता है। छोटे से लेकर बड़ घरों के सदस्य परिवार सहित मेले में पहुंचकर लुफ्त उठाते है। छोटे बच्चों के साथ लोग झूले-सर्कस का आनंद लेते है।
जिला मुख्यालय से 80 किमी. दूर धर्म-नगरी चित्रकूट में देश-प्रदेश सहित सतना और कर्बी, बांदा, अर्तरा, महोबा के लाखों लोग मां मंदाकिनी में डुबकी लगाते है। साथ ही कामदगिरि की परिक्रमा लगाकर नए वर्ष का शुभारंभ करते है। हर साल मकर संक्रांति पर यहां पांच दिन तक उत्सव जैसा माहौल रहता है। हनुमान धारा, सती अनसुइया, गुप्त गोदावरी, स्फटिक सिला, भरतकूप, लक्ष्मण पहडिय़ा सहित शहर की सतना नदी पर पांच दिन तक निरंतर मेला चलता है। छोटे से लेकर बड़ घरों के सदस्य परिवार सहित मेले में पहुंचकर लुफ्त उठाते है। छोटे बच्चों के साथ लोग झूले-सर्कस का आनंद लेते है।
जगह-जगह होगी सुरक्षा व्यवस्था
चित्रकूट में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर रखते हुए नयागांव थाना पुलिस, एसडओपी कार्यालय का पुलिस बल चित्रकूट में जगह-जगह तैनात रहेंगे। इसके अलावा जिला मुख्यालय से भी पुलिस बल को भेजा गया है। जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
चित्रकूट में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर रखते हुए नयागांव थाना पुलिस, एसडओपी कार्यालय का पुलिस बल चित्रकूट में जगह-जगह तैनात रहेंगे। इसके अलावा जिला मुख्यालय से भी पुलिस बल को भेजा गया है। जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।