उनके परिजनों ने एम्बुलेंस बुलाने के लिए कई बार प्रयास किया, लेकिन 2 घंटा इंतजार के बाद एम्बुलेंस नहीं पहुंची। वाहन की अन्य कोई व्यवस्था भी नहीं हो पाई तो उनके बेटे सुरेंद्र व राजेंद्र ने चारपाई पर लेटकार दो किमी पैदल चले। सड़क मिलने पर निजी वाहन से राजापुर स्वास्थ्य केंद्र लेजाकर भर्ती कराया।
ग्रामीणों के मुताबिक, चित्रकूट से करीब 60 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत के लिए सड़क नहीं है। इससे समस्या बनी हुई है। जबकि ग्राम प्रधान शब्बीर अहमद ने बताया कि सड़क निर्माण होने में लोग विरोध करते हैं। इनके झगड़े चलते ही सड़क का निर्माण नहीं हो पा रहा है। समस्या के समाधान के लिए जल्द ही ग्रामीणों के साथ बैठकर चर्चा की जाएगी