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शादी से पहले जज साहब ने लड़की से बनाए संबंध, दिल भर गया तो की 50 लाख रुपए और 30 तोला सोने की डिमांड

locationसतनाPublished: Jun 15, 2018 01:14:03 pm

Submitted by:

suresh mishra

पन्ना जिले के अजयगढ़ थाने में अपराध दर्ज, आरोपी मजिस्ट्रेट ने वैलेंटाइन-डे को अंगूठी पहनाकर कहा-हो गई सगाई

manoj soni Magistrate of Madhya Pradesh ajaygarh booked for rape

manoj soni Magistrate of Madhya Pradesh ajaygarh booked for rape

पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में एक न्यायमूर्ति द्वारा दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। बताया गया कि शादी का सेहरा बंधने से पहले ही अजयगढ़ कोर्ट में पदस्थ न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी मनोज सोनी पर अजयगढ़ थाने में ज्यादती का मामला दर्ज किया गया है। रीवा निवासी पीडि़ता पटवारी ने बीते दिनों पुलिस को शिकायत में बताया कि मनोज ने इस वैलेंटाइन-डे को सरकारी आवास में अंगूठी पहनाई और कहा कि अब हमारी सगाई हो गई।
19 फरवरी को भी उसके सरकारी आवास में मिलने पर उसने कहा था कि सगाई हो गई शादी भी तुम्हीं से होगी। उससे इच्छा के विपरीत शारीरिक संबंध बनाए। इसके बाद आरोपी ने उसे अजयगढ़ बुलाकर कई बार शारीरिक संबंध बनाए। 18 मार्च को उसने रीवा के बिछिया में एक फार्म हाउस में भगवान को साक्षी मान उसकी मांग में सिंदूर भी भरा था।
ऐसे शुरू हुई प्यार की कहानी
पीड़िता ने बताया कि उसके परिवार के लोग आरोपी मनोज सोनी के परिवार में रिश्ता लेकर वर्ष 2015 में गए थे। मनोज के भाई ने दोनों लोगों के नंबर एक-दूसरे को दिए थे। 2017 में उनकी बात होने लगी थी। 22 नवंबर 2017 को वे रीवा कलेक्ट्रेट परिसर में उसे देखने भी आए थे। वहां मनोज ने उसे पसंद किया और रिश्ते की बात आगे बढ़ाने के लिए परिवार के लोगों से बात करने के लिए कही। दहेज के लिए भी परिवार के लोगों से बात करने के लिए कहा।
किशोरजी मंदिर में दर्शन के बाद शादी का वादा
नवंबर के अंतिम सप्ताह उसे किशोरजी मंदिर में बुलाया और दर्शन करने के बाद शादी का वादा किया। 7 दिसंबर 2017 को एक्सीडेंट होने पर वह मनोज को देखने के लिए उनके सरकारी आवास अजयगढ़ आई थी। वहीं से नजदीकियां और बढ़ गईं। 31 दिसंबर को भी वह मनोज के बुलाने पर अजयगढ़ आई थी। मनोज ने उसे शादी का पूरा भरोसा दिलाते हुए दहेज के लिए परिवार के लोगों को रुपए की व्यवस्था करने के लिए कहा था।
50 लाख रुपए और 30 तोला सोना
उसी दौरान दहेज में 50 लाख रुपए नकदी, 30 तोला सोना, एक कार और शादी का पूरा खर्च करने के लिए कहा। मेरे पिताजी द्वारा इतना नहीं दे पाने की बात कहने पर मनोज वापस अजयगढ़ लौट आए। मार्च के अंतिम सप्ताह में भी उसे अजयगढ़ बुलाया और संबंध बनाए। इसके बाद दो अप्रैल को रानीतालाब आकर पूजा-अर्चना की और परिवार के साथ भोजन भी किया। 3 अप्रैल को उनके परिवार के लोगों ने शादी झांसी में तय होने की बात कही।
अवैध संबंध होने का लांछन भी लगाया

8 अप्रैल को पन्ना आकर जुगल किशोरजी के दर्शन किए और उसके साथ अभद्र व्यवहार करते हुए थप्पड़ मारा। अन्य लोगों से अवैध संबंध होने का लांछन भी लगाया। इसके बाद डेढ़ करोड़ रुपए के दहेज की मांग करने लगे। इसके बाद से अजय ने अपना फोन भी बंद कर लिया। पीडि़ता ने मामले में आरोपी का विवाह रोकने और कार्रवाई करने की मांग की है।
मजिस्ट्रेट के पिता ने क्या कहा
मजिस्ट्रेट मनोज सोनी के छतरपुर स्थित घर में दो दिन पहले शादी की तैयारियां चल रही थीं। घर में रंग-रोगन होने के बाद सजावट होनी थी, लेकिन इससे पहले ही उनके घर मनहूस खबर पहुंच गई। दूल्हा बनने से पहले ही मजिस्ट्रेट के खिलाफ पुलिस में केस दर्ज हो गया। इससे शादी की तैयारियां रुक गईं। उनके छतरपुर में स्टेट बैंक के पास स्थित घर में सन्नाटे जैसा माहौल है। गुरुवार को सुबह से परिवार के लोग घर में ही बंद रहे। दोपहर में ताला लगा था। शाम को दरवाजे अंदर से बंद मिले। पत्रिका ने जब दरवाजा खुलवाया तो मजिस्ट्रेट के पिता बाहर निकले। केस के बारे में पक्ष जानना चाहा तो लड़की के चरित्र पर ही सवाल उठाने लगे।
घर पर ताला, परिजन अंदर
आरोपी मजिस्ट्रेट के छतरपुर की स्टेट बैंक के पास स्थित घर में बुधवार से ही ताला लगा है, लेकिन अंदर उसके परिजन मौजूद हैं। गुरुवार शाम पत्रिका ने दरवाजा खुलवाया तो आरोपी के पिता बाहर निकले। उन्होंने पीडि़ता के चरित्र पर सवाल उठाए और कहा, उसने मेरे बेटे को फंसाया है। हम कोर्ट जाएंगे, खुद को निर्दोष साबित करेंगे। आरोपी के दो भाइयों धर्मेंद्र और उपेंद्र ने कहा, जब लडक़ी को भैया की शादी का पता चला तो ब्लैकमेलिंग करने लगी।
बार एसोसिएशन से मांगी थी मदद
मप्र हाईकोर्ट बार एसोसिएशन अध्यक्ष आदर्शमुनि त्रिवेदी ने बताया कि पीडि़ता ने अपने उच्चाधिकारियों और पुलिस से कई बार शिकायत की। कोई कार्रवाई नहीं होने पर उसने ७ जून को उसने मप्र हाईकोर्ट बार एसोसिएशन को आवेदन देकर सहायता मांगी। इस पर एसोसिएशन के शिष्टमंडल ने प्रभारी रजिस्ट्रार जनरल पीसी गुप्ता को ज्ञापन सौंपकर सिविल जज को हटाने की मांग की थी।
पीडि़ता ने एक शिकायत दी थी। उसके द्वारा दिए गए साक्ष्यों के आधार पर एफआइआर दर्ज कर ली गई है। मामले की विस्तृत जांच की जाएगी। रजिस्ट्रार जनरल से शिकायत मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।
रियाज इकबाल, एसपी, पन्ना
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