बताया जा रहा है कि इस आपात बैठक में सतना जिला सहित पूरे विंध्य क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों की बदहाली का मुद्दा जोर-शोर से उठा। इसमें भी बिजली समस्या प्रमुख रही। लोगों ने कहा कि सरकारी दावों के उलट अघोषित बिजली कटौती से आम जन त्रस्त है। बिजली कब आएगी और कितनी देर तक रहेगी, कुछ पता नहीं। बिजली की इस अघोषित कटौती से किसान, व्यवसायी, निजी प्रतिष्ठान आदि में तो कामकाज प्रभावित हो ही रहा है। सरकारी दफ्तरों का हाल भी कमोबेश यही है। बिजली की आंख मिचौली से आमजन बेहाल है।
ऐसे में जिला संयोजक विवेक अग्रवाल ने विंध्य के पीड़ित जनों का आह्वान किया कि बिजली की आंख मिचौली, अघोषित कटौती, ट्रांसफार्मर आदि की समस्या से त्रस्त लोग 4 सितंबर को दोपहर 12 बजे से प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन में बढ-चढ कर हिस्सा लें। विरोध प्रदर्शन सतना स्थित बिजली विभाग के अधीक्षण यंत्री के कार्यालय पर होगा। इस मौके पर आमजन पहुंच कर जिम्मेदारों को उनकी जिम्मेदारी का अहसास कराएं ताकि सभी की समस्या का समाधान हो सके। इसके बाद भी हालात में सुधा न होने पर विंध्य के कार्यकर्ता वृहद आंदोलन छेड़ेंगे। ये जानकारी मीडिया प्रभारी छत्रपाल सिंह छत्तू ने दी। बताया कि विंध्य पुनर्निमाण के नेतृत्वकर्ता मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी के नेतृत्व में प्रेम नगर स्थित बिजली विभाग के अधीक्षण यंत्री कार्यालय का घेराव किया जाएगा। बता दें कि विधायक त्रिपाठी पहले भी सतना से लेकर जबलपुर तक बिजली व अन्य समस्याओ को लेकर आंदोलन कर चुके हैं। क्षेत्रीय किसानों के साथ वो बराबर खड़े नजर आते हैं.
बैठक में प्रमुख रूप से सुरेश बडेरिया, मनोज शर्मा, विपिन त्रिपाठी छवि, भूपेंद्र खरे, सुरेंद्र दाहिया, रावेंद्र पटेल, अतुल गौतम डब्बू, मृत्युंजय द्विवेदी, रामजी शुक्ला, शारदा शुक्ला मांद, रामाधार पटेल, मोहम्मद रईस, रामबहादुर सिंह बाबूपुर, सचिन पांडेय, जीतेंद्र गुप्ता टिकुरिया टोला, सुदामा मल्लाह, वीरेंद्र कुशवाहा, कामता आदिवासी, रामकलेश चौधरी, महादेव दहायत, सुरेश बढई सहित विंध्य पुनर्निमाण के पदाधिकारी कार्यकर्ता उपस्थित रहे। संचालन विंध्य पुनर्निमाण के जिला सह संयोजक अनंत गुप्ता ने किया तथा जिला सह संयोजक जगदीश तिवारी ने आभार जताया।