पुलिस के अनुसार, बुधवार की रात करीब ११ बजे मुखबिर से सूचना मिली की बांधा दाई मंदिर के पास ग्राम खनगढ़ से लगे जंगल में कुछ संदिग्ध व्यक्ति हथियार लिए हैं और सिंहपुर में लगे एटीएम में डकैती डालने की योजना बना रहे हैं। खबर पाते ही थाना प्रभारी सिंहपुर जियाउल हक ने वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी और फिर अलग अलग चार टीमें गठित कर दबिश के लिए रवाना हो गए। पुलिस की घेराबंदी में चार बदमाश पकड़े गए जबकि एक भाग निकला। पूछताछ के बाद पुलिस ने इन सभी अपराधियों के खिलाफ आइपीसी की धारा 399, 402, 25/27 आम्र्स एक्ट व 11/13 एडी एक्ट का अपराध कायम किया है।
इनको किया गिरफ्तार गिरफ्तार आरोपियों में शिवपूजन उर्फ बलराम बाजपेई पुत्र रामकृपाल बाजपेई (45) निवासी कामता चित्रकूट द्वितीय मुखारबिन्द, अंकुर सिंह पुत्र रणवीर सिंह (28) निवासी रिमारी थाना पनवार रीवा हाल कामता चित्रकूट, राजेश सिंह पुत्र गोपाल सिंह (47) निवासी नकैला थाना बरौंधा, मुन्ना लोहार पुत्र भैरम लोहार (46) निवासी साढ़ा थाना कालिंजर जिला बांदा उप्र हैं। जबकि इसी अपराध में पुलिस को शातिर लुटेरे बीनू उर्फ सुबोध त्रिपाठी पुत्र राजकिशोर त्रिपाठी निवासी खुटहा थाना जैतवारा, की तलाश है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों के कब्जे से 315 बोर के तीन देसी कट्टा, चार जिंदा कारतूस, 12 बोर का एक देसी कट्टव तीन जिंदा कारतूस जब्त किए गए हैं। गिरोह के सभी सदस्यों के खिलाफ पूर्व से कई अपराधिक मामले जिले व उप्र के थानों में दर्ज हैं।
लुटेरी गैंग से ताल्लुक पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सिंहपुर में पकड़ी गई गैंग के ताल्लुक सिविल लाइन इलाके में लूट करने वाले गिरोह से हैं। सभी अपराधी एक दूसरे को जानते हैं और ज्यादातर एक ही जगह पर पनाह लेते हैं। इसलिए अब इनके सभी मददगारों पर पुलिस की निगाह तेज हो गई है। जो आरोपी बीनू त्रिपाठी भाग निकला उउसकी तलाश पहले से ही सिविल लाइन थाना पुलिस लूट के मामले में कर रही है।
इस टीम को मिली सफलता अपराधियों के इस गिरोह को पकडऩे में थाना प्रभारी निरीक्षक जियाउल हक, एएसआइ महेन्द्र गौतम, जेपी तिवारी, प्रधान आरक्षक पुष्पेन्द्र सिंह, आरक्षक राजेश दुबे, गेंदराव सलामे, मोहित गुप्ता, सुरजीत सिंह की अहम भूमिका रही है।