नए मॉडल को ही किया जाएगा सिलेक्ट इसके अंतर्गत जेसीबीए जल संरक्षण जैसे पुराने विषयों पर छात्रों के मॉडल स्वीकार नहीं किए जाएंगे। छात्रों को मानक के अनुसार मॉडलों के जरिए नए प्रयोगों को प्रदर्शित करना होगा। मंडलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी ने बताया कि इंस्पायर अवॉर्ड के तहत आयोजित होने वाली प्रदर्शनी में उन्हीं मॉडलों को तरजीह दी जाएगी, जिनमें छात्रों के नवाचार झलकते हों। उन्होंने यह भी साफ किया है कि थर्माकोल शीट वाले मॉडल भी स्वीकार्य नहीं किए जाएंगे। क्रियाशील मॉडल होने चाहिए। स्कूल की तरफ से स्टूडेंट्स को दो बेस्ट आइडियाज को पीडीएफ फार्मेट में आवेदन करने होंगे।
जिला से राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शनी में भाग लेने का मिलेगा मौका जिन छात्रों को विज्ञान में रुचि है वे इसमें प्रतिभाग कर सकते हैं। इसके तहत चयनित छात्र विज्ञान से संबंधित मॉडलों का प्रदर्शन करते हैं। मॉडल बनाने के लिए छात्रों को केंद्र सरकार की तरफ से हर छात्र टीम को 10 हजार रुपये की अनुदान राशि दी जाती है। इंस्पायर अवॉर्ड का मकसद स्कूली छात्रों में विज्ञान के प्रति रुचि को बढ़ाना और उनमें नवाचार को बढ़ावा देना है। इंस्पायर अवॉर्ड के तहत जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शनी आयोजित होती है। राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी दिल्ली में आयोजित होती है।