लापता ऑटो चालक का नदी किनारे खंडहर से शव बरामद
सतनाPublished: Jul 24, 2019 02:05:48 am
फॉरेंसिक टीम जांच करने पहुंची, परिजनों ने जमाई हत्या की आशंका, कई घंटे जिद पर अड़े रहे परिजन
Missing body of missing auto driver from river bank ruins
सतना. कोटर थाना क्षेत्र के गोरइया गांव में रहने वाला एक ऑटो चालक कुछ दिन पहले लापता हो गया था। उसका शव गांव से लगी नदी किनारे बने खंडहर से मंगलवार की सुबह बरामद किया गया है। खबर पाते ही पुलिस मौके पर पहुंची तो मामले की जांच शुरू की गई। जब परिजन हत्या की आशंका जताते हुए हंगामा करने लगे तो थाना पुलिस ने जिला मुख्यालय से सीन ऑफ क्राइम यूनिट के डॉ. महेन्द्र सिंह को बुलाया। फॉरेंसिक जांच होने के बाद जिला अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराते हुए जांच की जा रही है।
पुलिस के अनुसार, गोरइया निवासी मो. जिलानी पुत्र मो. दाउद (२०) ऑटो चलाता था। १९ जुलाई की दोपहर करीब एक बजे वह घर से निकला था। इसके बाद वापस नहीं लौटा। जिलानी के घर वालों ने भी उसके लापता होने की सूचना पुलिस को नहीं दी। जब मंगलवार की सुबह लापता जिलानी की भाभी नित्यक्रिया के लिए नदी की ओर गई तो तेज गंध आने पर उसने अपनेे पति को बताया। इसके बाद जिलानी के भाई अपने बहनोई के साथ पोटा दास बाबा स्थान से लगे खंडहर में पहुंचे। जहां जिलानी का क्षत विक्षत शव पड़ा हुआ था।
अफसरों को बुलाने की मांग
मृतक के परिजन शव उठाने से इंकार कर रहे थे। उनकी मांग थी कि पहले एसपी और अन्य अधिकारियों को घटना स्थल पर बुलाया जाए। कोटर थाना पुलिस ने समझाने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी। जब फॉरेंसिक टीम जांच करने पहुंची तो मृतक के शव के पास से ही रबड़ के दस्ताने, एक बनियान और मृतक के बाएं पैर के पास चप्पलें रखी मिली। इन सभी को साक्ष्य मानते हुए जब्त किया गया है।
संदेहियों से पूछताछ
पुलिस ने मृतक के परिजनों को समझाते हुए पोस्टमार्टम के लिए शव जिला अस्पताल भेजा। यहां भी परिजन इस बात को लेकर हंगामा करने लगे कि अपराधियों को पकड़ा जाए। एेसे में पुलिस ने किसी तरह माहौल को शांत कराते हुए शव का पोस्टमार्टम करा दिया। इसके बाद कुछ संदेहियों से पूछताछ शुरू कर दी गई। फॉरेंसिक टीम की जांच में सिर पर चोट के निशान की आशंका से भी मामला हत्या की ओर इशारा कर रहा है। इसलिए पुलिस अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। एक यह बात ीाी संदेह के दायरे में है कि जिलानी के लापता होने के बाद उसके परिजनों ने पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी?