जानकारी के अनुसार शिक्षा महकमे के जिले के अधिकारियों की लापरवाही के कारण काफी संख्या में विद्यालयों में अतिशेष शिक्षक तैनात है। पद से ज्यादा तैनात शिक्षक विद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियों में अपेक्षित रुचि नहीं लेते हैं ौर शासन से बिना काम के वेतन ले रहे हैं। उधर दूसरी ओर कई ऐसे विद्यालय हैं जहां विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिये शिक्षक ही नहीं है। हालांकि वर्तमान स्थितियों में इन अतिशेष शिक्षकों को ऐसे विद्यालयों में स्थानान्तरित नहीं किया जा सकता है। इसे देखते हुए जिपं सीईओ एवं पदेन अपर संचालक स्कूल शिक्षा ऋजु बाफना ने मोबिलिटी टीचर्स का नवाचार प्रारंभ कर दिया है। इसे तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है।
ऐसी होगी व्यवस्था
बताया गया कि जिले के विषयमान से अतिशेष शिक्षकों का चिह्नांकन डीईओ कार्यालय से किया जाएगा। इसके साथ ही ऐसे विद्यालय चिन्हित किए जाएंगे जहां शिक्षक नहीं हैं या विषय के नहीं है। सहायक संचालक एनके सिंह इसकी सूची तय कर संबंधित शिक्षकों को सूचित करेंगे। इसके बाद इनका रूट चार्ट तैयार किया जाकर शासकीय वाहन से अतिशेष शिक्षकों को संबंधित विद्यालयों में पहुंचाया जाएगा। इसके बाद इसी वाहन से तय समय के बाद अतिशेष शिक्षक वापस लौटेंगे। इसके लिये जिला पंचायत से एक वाहन दिया जा रहा है और एक वाहन शिक्षा विभाग का लगाया जाएगा। बताया गया है कि अगले दिन से ही यह व्यवस्था प्रारंभ की जा रही है। इसकी मानीटरिंग जिपं सीईओ स्वयं भी करेंगी।
बताया गया कि जिले के विषयमान से अतिशेष शिक्षकों का चिह्नांकन डीईओ कार्यालय से किया जाएगा। इसके साथ ही ऐसे विद्यालय चिन्हित किए जाएंगे जहां शिक्षक नहीं हैं या विषय के नहीं है। सहायक संचालक एनके सिंह इसकी सूची तय कर संबंधित शिक्षकों को सूचित करेंगे। इसके बाद इनका रूट चार्ट तैयार किया जाकर शासकीय वाहन से अतिशेष शिक्षकों को संबंधित विद्यालयों में पहुंचाया जाएगा। इसके बाद इसी वाहन से तय समय के बाद अतिशेष शिक्षक वापस लौटेंगे। इसके लिये जिला पंचायत से एक वाहन दिया जा रहा है और एक वाहन शिक्षा विभाग का लगाया जाएगा। बताया गया है कि अगले दिन से ही यह व्यवस्था प्रारंभ की जा रही है। इसकी मानीटरिंग जिपं सीईओ स्वयं भी करेंगी।
विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षण मिल सके, इसके लिये व्यवस्था बनाई गई है। शिक्षक विहीन विद्यालयों में अतिशेष शिक्षकों को भेजा जाएगा। इससे विद्यार्थियों के परिणाम तो सुधरेंगे ही साथ ही शिक्षकों की उपयोगिता भी साबित होगी।
ऋजु बाफना, जिपं सीईओ
ऋजु बाफना, जिपं सीईओ