सामान्य प्रशासन विभाग ने 11 दिसंबर को शासन के सभी विभाग सहित कलेक्टर और जिपं सीईओ को पत्र लिख कर सांसदों और विधायकों के साथ शिष्टाचार पालन संबंधी गाईड लाइन जारी की है। इसमें कहा गया कि अब तक 15 बार समय समय पर सांसदों तथा विधायकों के पत्रों की पावती देने, उनके पत्रों पर कार्रवाई कर निर्धारित अवधि में उसका उत्तर देने, शासकीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा सौहाद्र्रपूर्ण व्यवहार करने तथा उन्हें सार्वजनिक समारोह व कार्यक्रमों में आमंत्रित करने के निर्देश जारी किए गए हैं लेकिन इन निर्देशों का संबंधितों द्वारा कड़ाई से पालन नहीं करने की सूचनाएं मिल रही हैं। इससे सासंदों और विधायकों को अपने कर्तव्यों के निर्वहन में असुविधा होती है और राज्य शासन की छवि पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।
सामान्य प्रशासन विभाग ने मामले में सभी संबंधितों को कहा कि अपेक्षा है कि जब भी सांसद अथवा विधायक किसी अधिकारी कर्मचारी से मिलने आते हैं तो संबंधित अधिकारी को अपनी सीट से उठकर उनका स्वागत करना चाहिए। साथ ही सांसद और विधायकों के साथ अपने व्यवहार में अधिकारियों को शिष्टाचार बरतना चाहिए। कलेक्टर से कहा गया है कि अधीनस्थ अधिकारियों के ध्यान में लाकर इसका कड़ाई से पालन कराएं।
सासंद विधायकों के साथ शिष्टाचार बरतने के पत्र सामान्य प्रशासन विभाग से 23.01.2001, 10.08.2004, 18.05.2007, 17.08.2009, 28.04.2010, 22.03.2011, 06.08.2012, 06.02.2014, 27.11.2015, 27.02.2017, 05.08.2017, 24.10.2017 और 19.07.2019 को जारी किये गए थे। इसमें 2017 का साल ऐसा रहा जब जीएडी को एक साल में तीन बार शिष्टाचार संबंधी पत्र जारी करना पड़ा।