पुलिस के मुताबिक, चित्रकूट में मेला के समय मप्र की ओर बनने वाले अस्थाई बस स्टैंड परिसर के नजदीक पेट्रोल पंप से 100 मीटर पहले आवागमन बंद कर दिया जाएगा। मप्र और उप्र की ओर से आने-जाने वाली गाडि़यां यहां से नहीं निकल सकेंगी। द्वितीय मुखारबिंद की ओर जाने वाले तुलसी मार्ग को बंद रखा जाएगा। हनुमानधारा मार्ग और प्रथम मुखारबिंद की ओर जाने वाले रास्ते को भी 100 मीटर पहले ब्लॉक किया गया है। इन रास्तों से पैदल जाने वाले निकल सकते हैं। साथ ही स्थानीय हल्के वाहनों को छूट मिल सकती है। मप्र से उप्र आने जाने वाले भारी वाहनों का रूट डायवर्ट कर मोहकमगढ़ के रास्ते से किया गया है।
राष्ट्रपति के दौरे को लेकर प्रोटोकॉल के तहत प्रभारी मंत्री ओम प्रकाश धुर्वे मिनिस्टर इन वेटिंग होंगे। धुर्वे राज्य सरकार की ओर से राष्ट्रपति की अगवानी करेंगे। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से वहां के परिवहन मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह इस भूमिका में होंगे। दोनों मंत्री राष्ट्रपति दौरे से पहले चित्रकूट पहुंच कर व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे।
जगद्गुरु रामभद्राचार्य विकलांग विवि के सातवें दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 19 छात्र-छात्राओं को मेडल और प्रशस्त्रि पत्र देकर सम्मानित करेंगे। इसमें एक चांसलर व 18 गोल्ड मेडल होंगे। मेडल 15 छात्रों व 4 छात्राओं को दिए जाएंगे।
राष्ट्रपति के आगमन को लेकर शनिवार को रेल सुरक्षा बल और राजकीय रेल पुलिस ने डॉग स्क्वाड की मदद से प्लेटफार्म की जांच की है। यात्री प्रतीक्षालय और प्लेटफार्म पर मिले संदिग्धों से पूछताछ की गई।
राष्ट्रपति दौरे के वक्त भारत सरकार के कानून व न्याय एवं सूचना तकनीकी मंत्री रविशंकर प्रसाद भी चित्रकूट आएंगे। वे प्लेन से पहले इलाहाबाद पहुंचेंगे। यहां से विशेष विमान से चित्रकूट आएंगे। राष्ट्रपति दौरे के वक्त वे साथ रहेंगे तथा दीन दयाल शोध संस्थान के विभिन्न कार्यक्रमों में सहभागिता निभाएंगे।
एनआईसी द्वारा चित्रकूट में विशेष आईटी सेल तैयार किया जाएगा। इसमें डेस्क टॉप, लैपटॉप सहित ब्राडबैंड कनेक्शन के साथ हाईटेक सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। इस दौरान जिले में एनआईसी द्वारा किए गए कार्यों का लेखा-जोखा भी प्रस्तुत किया जाएगा। आईटी सेल की जिम्मेदारी एनआईसी के डीआईओ आशीष शुक्ला और सहायक मनोहर कुमार को दी गई है। ये केन्द्रीय मंत्री के दौरे के मद्देनजर आवश्यक व्यवस्थाएं देखेंगे।
चित्रकूट में एएसएल (एडवांस सिक्योरिटी लाइजनिंग) की गई। दौरे के दौरान त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरा होगा। सबसे पहले घेरे में नेशनल गार्ड्स होंगे। उसके बाद विशेष दस्ता और आखिरी घेरे में स्थानीय सुरक्षा बल मौजूद रहेगा।