एसपी ने बताया, कलेक्टर सतना ने शिकायत दर्ज कराई थी कि 31 जुलाई को सुबह 5.45 बजे ग्वालियर से जितेन्द्र सिंह कुशवाहा एडवोकेट उच्च न्यायालय जबलपुर की फेसबुक आइडी में मेसेज कर पैसा डालने के कहा गया है। उनके जरिए रकम जमा करने की जानकारी मिली है। फर्जी आइडी के जरिए दो बैंक खातों में रुपए जमा कराए गए थे। इस शिकायत पर थाना कोतवाली में आइपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 120बी व 66सी,66डी सूचना प्रौधोगिकी अधिनियम 2008 के तहत अपराध कायम कर जांच शुरू की गई थी।
एेसे करते थे वारदात
फेसबुक पर सरकारी अफसरों की आइडी सर्च करने के बाद उनकी फर्जी आइडी बनाकर चेटिंग करते हुए अपराधी फ्रेंड लिस्ट के लोगों को विश्वास में लेते थे। इसके बाद उनसे रुपयों की मांग की जाती थी। इस तरह यह गिरोह अब तक उत्तर प्रदेश के 20 एवं मध्य प्रदेश के 5 अधिकारियों के साथ धोखाधड़ी कर चुका है। इसमें एक मामला कटनी के एसडीएम का भी शामिल है। उन लोगों को निशाना बनाया जाता था जो अधिकारियों के बेहद करीबी और उनके गृह जिले के रहने वाले हैं। इस ठगी के कारेबार का मास्टर माइंड कुनाल गोस्वामी बताया गया है।
यह आरोपी पकड़े गए
पुलिस ने आरोपी पुष्पाकर आर्या पुत्र स्व. मोहन आर्या निवासी प्रांतिका अपार्टमेंट फ्लेट बी/4/2 निर्मल नगर दुमहनि सोनारी, जमशेदपुर झारखंड हाल नामदा बस्ती नानक नगर गोलमरी पूर्वी सिंहभूम जमशेदपुर झारखंड, जोगेन्द्र उर्फ चंदन अग्रवाल पुत्र कैलाश अग्रवाल (34) निवासी शिवाजी पथ उलेयान कदमा थाना कदमा जमेशदपुर झारखंड, बिट्टू सथपथी पुत्र आदित्य सथपथी निवासी इच्छापुर ग्वालपाड़ा आदित्यपुर सरांयकला खरसावा झारखंड, अमित सिन्हा पुत्र विनय सिन्हा (34) निवासी न्यू मेरुडीह काली मंदिर आदित्यपुर थाना आऱटीआइ इण्डस्ट्रियल सरांयकला खरसावा झारखंड, अमर दत्ता पुत्र सागर दत्ता (26) निवासी गोपालपुर थाना निरसा जिला धनबाद झारखंड, कुनाल गोस्वामी पुत्र बब्लू गोस्वामी (22) निवासी गोपालपुर थाना निरसा जिला धनबाद झारखंड को गिरफ्तार किया गया है।
मोबाइल, एटीएम बरामद
पुलिस ने इन सभी आरोपियों के कब्जे से सात मोबाइल फोन, दो बैंक पासबुक, कई एटीएम कार्ड बरामद किए हैं। ऑन लाइन एप के जरिए खोले गए खातों को भी पुलिस ने ब्लॉक करा दिया है। इन खातों से राशि आहरित की जाएगी। ताकि पीडि़तों की रकम वापस कराई जा सके। एसपी ने बताया कि आरोपी फर्जी आइडी बनाने के लिए फर्जी फोन नंबर और फर्जी खाते उपयोग करते थे। खाते कमीशन पर लिए जाते थे। ताकि आसानी से गिरोह तक पुलिस न पहुंच पाए।
तीन हजार किमी की दौड़
एसपी ने बताया कि अपराधियों तक पहुंचने के लिए पुलिस को करीब तीन हजार किमी का सफर तय करना पड़ा है। अपराधियों को पकडऩे के लिए दो टीमें बनाई गई थीं। इसमें सिटी कोतवाली टीआइ मोहित सक्सेना, सायबर सेल प्रभारी एसआइ अजीत सिंह, कोलगवां थाना के एसआइ खुमान सिंह, प्रधान आरक्षक मनोज सिंह, आरक्षक धर्मेन्द्र तिवारी, वाजिद खान, बृजेश सिंह, विपेन्द्र मिश्रा, सायबर सेल से प्रधान आरक्षक दीपेश कुमार की अहम भूमिका रही। इस टीम को पुरुष्कृत करने के लिए पुलिस महानिदेशक से अनुशंसा की गई है।
सतर्क रहने की जरूरत
फेसबुक उपयोग करने वालों को एसपी ने नसीहत दी है कि उसमें प्रोफाइल फोन, अपना एलबम सेटिंग में जाकर सुरक्षित करें। ताकि अपराध करने वाले दुरुपयोग न कर सकें। समय समय पर फेसबुक खाते की जांच करते रहें और किसी के भी कहने पर ऑन लाइन रकम जमा कराने में सावधानी बरतें।
एेसे करते थे वारदात
फेसबुक पर सरकारी अफसरों की आइडी सर्च करने के बाद उनकी फर्जी आइडी बनाकर चेटिंग करते हुए अपराधी फ्रेंड लिस्ट के लोगों को विश्वास में लेते थे। इसके बाद उनसे रुपयों की मांग की जाती थी। इस तरह यह गिरोह अब तक उत्तर प्रदेश के 20 एवं मध्य प्रदेश के 5 अधिकारियों के साथ धोखाधड़ी कर चुका है। इसमें एक मामला कटनी के एसडीएम का भी शामिल है। उन लोगों को निशाना बनाया जाता था जो अधिकारियों के बेहद करीबी और उनके गृह जिले के रहने वाले हैं। इस ठगी के कारेबार का मास्टर माइंड कुनाल गोस्वामी बताया गया है।
यह आरोपी पकड़े गए
पुलिस ने आरोपी पुष्पाकर आर्या पुत्र स्व. मोहन आर्या निवासी प्रांतिका अपार्टमेंट फ्लेट बी/4/2 निर्मल नगर दुमहनि सोनारी, जमशेदपुर झारखंड हाल नामदा बस्ती नानक नगर गोलमरी पूर्वी सिंहभूम जमशेदपुर झारखंड, जोगेन्द्र उर्फ चंदन अग्रवाल पुत्र कैलाश अग्रवाल (34) निवासी शिवाजी पथ उलेयान कदमा थाना कदमा जमेशदपुर झारखंड, बिट्टू सथपथी पुत्र आदित्य सथपथी निवासी इच्छापुर ग्वालपाड़ा आदित्यपुर सरांयकला खरसावा झारखंड, अमित सिन्हा पुत्र विनय सिन्हा (34) निवासी न्यू मेरुडीह काली मंदिर आदित्यपुर थाना आऱटीआइ इण्डस्ट्रियल सरांयकला खरसावा झारखंड, अमर दत्ता पुत्र सागर दत्ता (26) निवासी गोपालपुर थाना निरसा जिला धनबाद झारखंड, कुनाल गोस्वामी पुत्र बब्लू गोस्वामी (22) निवासी गोपालपुर थाना निरसा जिला धनबाद झारखंड को गिरफ्तार किया गया है।
मोबाइल, एटीएम बरामद
पुलिस ने इन सभी आरोपियों के कब्जे से सात मोबाइल फोन, दो बैंक पासबुक, कई एटीएम कार्ड बरामद किए हैं। ऑन लाइन एप के जरिए खोले गए खातों को भी पुलिस ने ब्लॉक करा दिया है। इन खातों से राशि आहरित की जाएगी। ताकि पीडि़तों की रकम वापस कराई जा सके। एसपी ने बताया कि आरोपी फर्जी आइडी बनाने के लिए फर्जी फोन नंबर और फर्जी खाते उपयोग करते थे। खाते कमीशन पर लिए जाते थे। ताकि आसानी से गिरोह तक पुलिस न पहुंच पाए।
तीन हजार किमी की दौड़
एसपी ने बताया कि अपराधियों तक पहुंचने के लिए पुलिस को करीब तीन हजार किमी का सफर तय करना पड़ा है। अपराधियों को पकडऩे के लिए दो टीमें बनाई गई थीं। इसमें सिटी कोतवाली टीआइ मोहित सक्सेना, सायबर सेल प्रभारी एसआइ अजीत सिंह, कोलगवां थाना के एसआइ खुमान सिंह, प्रधान आरक्षक मनोज सिंह, आरक्षक धर्मेन्द्र तिवारी, वाजिद खान, बृजेश सिंह, विपेन्द्र मिश्रा, सायबर सेल से प्रधान आरक्षक दीपेश कुमार की अहम भूमिका रही। इस टीम को पुरुष्कृत करने के लिए पुलिस महानिदेशक से अनुशंसा की गई है।
सतर्क रहने की जरूरत
फेसबुक उपयोग करने वालों को एसपी ने नसीहत दी है कि उसमें प्रोफाइल फोन, अपना एलबम सेटिंग में जाकर सुरक्षित करें। ताकि अपराध करने वाले दुरुपयोग न कर सकें। समय समय पर फेसबुक खाते की जांच करते रहें और किसी के भी कहने पर ऑन लाइन रकम जमा कराने में सावधानी बरतें।