नगरीय निकाय एवं पंचायत चुनावों की घोषणा कभी भी हो सकती है पर जिला भाजपा में नेतृत्व की कमी के चलते पार्टी का पूरा कुनबा बिखरा है। दो माह पहले चुनकर आए नए मंडल अध्यक्षों को पार्टी पदाधिकारियों से सहयोग न मिलने के कारण वे मायूस हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि वर्तमान में नेतृत्व न होने के कारण पार्टी बिखरती जा रही है। गुटों में बंटे पदाधिकारी यदि समय रहते एकजुट नहीं हुए और जनहित के मुद्दों को लेकर पार्टी पदाधिकारी जनता के साथ नहीं दिखे तो इसका खामियाजा पार्टी को निकाय चुनाव में भुगतना पड़ सकता है।
पार्टी के एक पदाधिकारी ने बताया, दो माह से पार्टी गतिविधियां पूरी तरह से पटरी से उतरी हुई हैं। पार्टी पदाधिकारी को पार्टी एवं जनहित में क्या करना है? किसी को कोई दिशा निर्देश नहीं मिल रहे। बूथ समितियों के कार्य पूरी तरह बंद हैं। भाजपा के एक बड़े पदाधिकारी ने कहा कि यदि पार्टी को निकाय चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करना है तो जल्द से जल्द नए जिलाध्यक्ष की घोषणा कर देनी चाहिए।