उपचुनाव से जाता है बड़ा संदेश कमलनाथ ने कहा कि उपचुनावों से सरकारें बनती बिगड़ती नही हैं। उपचुनाव से महत्वपूर्ण संदेश जाता। यहां से संदेश दे सकते हैं कि यहां के लोग सीधे, सरल, गरीब हैं लेकिन नासमझ नहीं। शिवराज जेब में नारियल लेकर घोषणाएं कर जाएंगे। आज याद करने का समय है। शिवराज के पिछले 17 साल मोदी के 7 साल याद कीजिए। 15 साल बाद कांग्रेस की सरकार बनी थी। प्रदेश के मतदाताओं ने बनाई थी। हमें तब महिला अत्याचार, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी व आत्महत्या में नंबर वन प्रदेश मिला था। तब हमारा लक्ष्य था कृषि क्षेत्र में कैसे क्रांति लाएं। किसानों का कर्जा माफ करना शुरू किया। सतना जिले में 45700 किसानों का कर्जा माफ हुआ। 27 लाख किसानों का प्रदेश में कर्जा माफ किया। दूसरी किश्त देते उससे पहले सरकार गिरा दी गई।
शिवराज की कलाकारी से थक गया प्रदेश नाथ ने कहा कि शिवराज कहते है एक लाख को रोजगार देंगे लेकिन मैं कहता हूं 10 लोग दिखा दो जिन्हें रोजगार मिला हो। अतिथि शिक्षकों की भर्ती भी ऐसी निकाली की उसमें चुनिंदा लोग सलेक्ट हुए। शिवराज में बहुत कलाकारी है। उनकी कलाकारी से प्रदेश थक गया है। वे मुझसे 15 माह का हिसाब मांगते हैं, मैं तैयार हूं। आइये सामने खड़े हो जाइये, मैं हिसाब देता हूं।
शिवराज को जनता से माफी मांगनी चाहिए मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कमलनाथ ने कहा कि हम घोषणा नहीं करते, करके दिखाते हैं। सौ रुपये बिजली बिल किया, पेंशन बढ़ाई, विवाह योजना की राशि बढ़ाई। मेरा मानना है घोषणा करना आसान है। हम काम करना चाहते थे। लेकिन मौका नहीं मिला। आज स्कूलों में मास्टर नहीं है, अस्पताल में डॉक्टर नहीं है। शिवराज को तो जनता से माफी मांगनी चाहिए।
मोदी पर भी बोला हमला
मोदी पर भी बोला हमला
कोरोनाकाल में केन्द्र की मोदी सरकार की खामियां गिनाने के साथ बताया कि सतना में बिना इलाज और आक्सीजन के साढ़े ५ हजार लोग मर गए। मोदी 2014 में कहते थे अच्छे दिन आ गए। अब कहां गए अच्छे दिन। वे अब किसान की बात नहीं करते, पाकिस्तान और राष्ट्रवाद की बात करते हैं। जिनकी पार्टी में एक भी स्वतंत्रता सेनानी नहीं वो कांग्रेस को राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाते हैं। हालांकि इस दौरान उनका दर्द भी छलका। कहा, मैने मैंने सिर्फ एक गलती की वो ये कि सौदा नही किया वरना मैं सीएम रहता। मैं नही चाहता कि मप्र में सौदे की राजनीति का प्रवेश हो।
मंदिर मस्जिद से नहीं मिलेगा रोजगार
मंदिर मस्जिद से नहीं मिलेगा रोजगार
नाथ ने कहा कि रोजगार मंदिर मस्जिद जा कर नहीं आएगा। निवेश से आएगा और वो तभी होगा जब मप्र पर लोगों को विश्वास होगा। मप्र पांच राज्यो से घिरा है, लेकिन यहां कोई निवेश करने नही आता। इस सरकार ने विश्वास खो दिया है। हम यही विश्वास कायम करना चाहते थे। शिवराज सिंह की आंख किसानों की पीड़ा देखने को नहीं चलती लेकिन उनका मुंह बहुत चलता है।
जब गिर पड़े पूर्व विधायक
कमलनाथ जब मंच की ओर आ रहे थे इस दौरान सुरक्षा जवानों ने सीढ़ियों पर चढ़े लोगों को नीचे उतारना शुरू किया। इस दौरान धक्का मुक्की की भी स्थिति बन गई। इसी दौरान सीढ़ियों के बगल में बैरीकेड से लगकर खड़े रामपुर बाघेलान के पूर्व विधायक भी धक्का मुक्की का शिकार हो गए। आगे से आए धक्के के रेले की चपेट में आकर वे बैरीकेट तोड़ते हुए गिर पड़े और उनके ऊपर भी कई लोग गिर गए। हालांकि तत्काल उन्हें उठा दिया गया।
कमलनाथ जब मंच की ओर आ रहे थे इस दौरान सुरक्षा जवानों ने सीढ़ियों पर चढ़े लोगों को नीचे उतारना शुरू किया। इस दौरान धक्का मुक्की की भी स्थिति बन गई। इसी दौरान सीढ़ियों के बगल में बैरीकेड से लगकर खड़े रामपुर बाघेलान के पूर्व विधायक भी धक्का मुक्की का शिकार हो गए। आगे से आए धक्के के रेले की चपेट में आकर वे बैरीकेट तोड़ते हुए गिर पड़े और उनके ऊपर भी कई लोग गिर गए। हालांकि तत्काल उन्हें उठा दिया गया।
नीलांशु ने सेमरवारा की घटना पर कसा तंज
सिंहपुर की सभा में चित्रकूट विधायक नीलांशु ने सेमरवारा की सीएम शिवराज की सभा के दौरान प्रत्याशी के बाल से मंत्री द्वारा चश्मा निकालने की घटना पर तंज कसा गया। कहा, तब शकुनी के कहने पर द्रोपदी के बाल छुए गए थे। यहां इस मामा के कहने पर किसी बहन के बाल छुए गए हैं। … तो एक बार फिर महाभारत होगी
सिंहपुर की सभा में चित्रकूट विधायक नीलांशु ने सेमरवारा की सीएम शिवराज की सभा के दौरान प्रत्याशी के बाल से मंत्री द्वारा चश्मा निकालने की घटना पर तंज कसा गया। कहा, तब शकुनी के कहने पर द्रोपदी के बाल छुए गए थे। यहां इस मामा के कहने पर किसी बहन के बाल छुए गए हैं। … तो एक बार फिर महाभारत होगी