जिले की पहचान सीमेंट नगरी के रूप में भी है। देश का 12 फीसदी सीमेंट जिले में उत्पादित होता है। अभी ट्रक हड़ताल का असर नहीं दिख रहा है। लेकिन, हड़ताल ज्यादा दिन चलती है, तो सप्लाई चैन टूट जाएगी। फिलहाल ट्रेन रूट के माध्यम से सप्लाई को जारी रखा गया है।
– वर्तमान में कर्नाटक से टमाटर की सप्लाई की जा रही है। अगर, ट्रक नहीं आते तो टमाटर के भाव आसमान छू सकते हैं। पत्ता गोभी, शिमला मिर्च, अदरक सहित अन्य सब्जियां भी शहर में नहीं पहुंच पा रही हैं। तीन दिन में दामों पर असर दिख सकता है। बाजार पूरी तरह स्थानीय सब्जियों पर निर्भर हो जाएगा।
– गल्ला मंडी में 20 जुलाई को गाडिय़ां अनलोड हुई हैं लेकिन अब आने की उम्मीद नहीं है। क्योंकि दूसरे राज्यों में तोडफ़ोड़ होने से वहीं रुक गई हैं।
– किराने के सामान की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है, क्योंकि यह सामान दूसरे राज्यों से आता है।
जय कुमार झुलवानी, फल व्यापारी, सतना
राकेश अग्रवाल, किराना व्यापारी हम नहीं चाहते कि व्यवस्था बिगड़े। ट्रांसपोर्टर की मजबूरी है। काफी समय से मांग कर रहे थे। सरकार ने अनसुना किया, लिहाजा ये स्थिति निर्मित हुई है।
पवन मलिक, ट्रांसपोर्टर