scriptमां के दरबार में युवाओं की भीड़ | navratri spacial: crowd of youth in the devi temple | Patrika News

मां के दरबार में युवाओं की भीड़

locationसतनाPublished: Apr 08, 2019 09:22:30 pm

Submitted by:

Jyoti Gupta

अम्बे की भक्ति के साथ मंदिर परिसर की व्यवस्थाओं को संभाल रहे बाखूबी

navratri spacial: crowd of youth in the devi temple

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सतना. मां के दरबार पहुंचते ही हर कोई सुकून महसूस करता है। मुरादे पूरी करने की अर्जी लगाते हैं। सुबह शाम माथा टेकने आते हैं। वर्षो से यह परपंरा चली आ रही है और आगे भी आती रहेगी। इन सबमें जो सबसे खास है वह है मां के प्रति युवाओं का लगाव। जो युवा साल भर मंदिर नहीं जाते, घर में भी पूजा नहीं करते, वे भी नवरात्रि पर मां के दरबार पहुंच रहे हैं। यही नहीं वह मंदिर की सजावट, पूजा, आरती, भजन कीर्तन, प्रसाद वितरण जैसे आयोजनों की व्यवस्था भी बाखूबी संभाल रहे हैं। गल्र्स तो गल्र्स बॉयज भी मां की भक्ति में डूबे हुए हैं। पहले मां के दरबार फिर कॉलेज फिर मां के दरबार में ही उनका समय गुजर रहा है।
आरती से लेकर भजन कीर्तन में दिखा रहे इंटरेस्ट
शहर के युवा पूरी तैयारी के साथ समय लेकर मंदिर पहुंच जा रहे हैं। मां की आरती में तो हिस्सा ले ही रहे हैं। वहां पर आयोजित होने वाली भगत, भजन , कीर्तन में भी बैठना पसंद कर रहे हैं। सभी ग्रुपों में बैठकर भजन मंडली के साथ भजन गाते हैं। ढोलक बजाते हैं। वे सभी मां की भक्ति में तल्लीन दिख रहे हैं।
मुरादे पूरी करने लगा रहे अर्जी

हर कोई कुछ न कुछ पाना चाहता है। इसके लिए भगवान से अर्जी भी लगाता है। शहर के युवा भी मां के दरबार अर्जी लगाने पहुंच रहे हैं। खेरमाई माता मंदिर हो या फिर भरजुना मंदिर यहां युवा अपनी मुरादे पूरी होने की अर्जी लगाने पहुंच रहे हैं। युवा अच्छे अंक पाने, मनपसंद क्षेत्र में जॉब पाने, घर में सुख समृद्धि के लिए अर्जी लगा रहे हैं।
मां का शृंगार के साथ मंदिर की सजावट तक
कुछ युवा मां की भक्ति में इतने तल्लीन है कि वह इन नौ दिनों में मां की सेवा को लेकर पूरी तरह से तैयार हैं। सुबह शाम का मां का शृंगार हो या फिर हर दिन मंदिर की बदल बदल कर सजावट करना, वे इन सभी कामों में पूरा ध्यान दे रहे हैं। यहां तक मंदिर में कन्या भोज कराने और प्रसाद वितरण में समय देते हैं।
– मैं हर दिन सतना कॉलेज स्टडी के लिए आती हंू। नवरात्रि है इसलिए कॉलेज जाने से पहले सुबह सुबह मंदिर मां के दर्शन करने जाती हंू। शाम को भजन कीर्तन में शामिल होती हंू।
अंकिता तिवारी, रामपुर बाघेलान

– मां दुर्गा में अपार शक्ति है। मेरी कई मनोकमानाएं पूरी हो चुकी है। इसलिए मेरे मन में मां के लिए अपार श्रद्धा है। मैं सबकुछ भूल सकती हंू। पर मां की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहती हंू।
अंबिका सिंह

– मां के दरबार में बहुत ही सुकून मिलता है। यहां आते ही सारी थकावट दूर होजाती है। मैं मां के मंदिर की सफाई और सजावट के लिए समय देता हंू। प्रसाद भी वितरित करता हंू।
अजय गुप्ता, शारदा कॉलोनी
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