मेले की समुचित व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन १८ कार्यपालिक दंडाधिकारियों की ड्यूटी लगाई है। एसडीएम एपी द्विवेदी, एसडीएम केके पाठक, एसडीएम एलएल अहिरवार, तहसीलदार आरएन खरे, तहसीलदार जीतेन्द्र वर्मा, तहसीलदार लक्ष्यराम जांगडे, आलोक जैन, जेएन बास्कले, तेजपति सिंह, देवेन्द्र सिंह भदौरिया, राजे कुमार सोनी, विश्वकांत दीक्षित, जितेन्द्र प्रसाद परिहार, डॉ. शैलेन्द्र बिहारी शर्मा, रवि शर्मा, नितिन कुमार झोंड, प्रदीप तिवारी और मनीष पाण्डेय की ड्यूटी लगाई गई है। मेला प्रभारी एडीएम सुचिस्मिता सक्सेना तथा सह प्रभारी एसडीएम दीपक वैद्य को बनाया गया है।
एमपी-यूपी लाखों की संख्या में पहुंचने वाले भक्तों के आवागमन के लिए ट्रेनों की समुचित व्यवस्था नहीं थी। मुजफ्फरनगर कांड के बाद भी यात्रियों की सुरक्षा के प्रति रेलवे नहीं गंभीर दिखा। सोमवती अमावस्या मेले में देशभर से 15 से 20 लाख श्रद्धालुओं पहुंचे है। रेलवे प्रशासन द्वारा मेला स्पेशल ट्रेन ना चलाए जाने के कारण कई यात्री ट्रेन की छतों पर बैठकर यात्रा पूरी की। फिर भी रेलवे विभाग मौत का सफर देखता रहा।
एक पखवाड़े पहले चित्रकूट के दौरे पर आए प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने स्थानीय प्रशासन को सुधरने की नसीहत दी थी। सीएम ने कहा था कि यूपी वाले क्षेत्र की तरह ही एमपी का रामघाट जगमग होना चाहिए। लेकिन निर्देश के बाद भी रंग-रोगन नहीं किया गया। बता दें कि सीएम शिवराज को उप्र के हिस्से का भगवा रंग भा गया था। उन्होंने मप्र वाले हिस्से को भी एक ही रंग में रंगाने के निर्देश दिए थे। जिसको २० दिन बाद ही भुला दिया गया।
सोमवती अमावस्या पर मंदाकिनी में डुबकी लगाकर लौट रहा एक भक्त हादसे का शिकार हो गया। बताया गया कि रैपुरा थाना क्षेत्र के गुनता नहर के पास तेज रफ्तार बस ने बाइक क्रमांक-यूपी 96 डी 3891 में सवार युवक को टक्कर मार दी। इस हादसे में युवक की मौके पर मौत हो गई। इसी तरह दो बाइक सवार युवक भरतकूप के पास एक पेड़ से टकराकर गंभीर रूप से घायल हो गए है। जिसमें ओमप्रकाश पुत्र बुधुवा निवासी पपरेन्दा की हालत नाजुक है। दोनों का इलाज जिला अस्पताल कर्वी में चल रहा है।