आतंक का पर्याय बना कुख्यात अपराधी राजन करही पुलिस के हत्थे चढ़ा
कलेक्टर ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत जारी किया वारंट
पुलिस पर कई बार गोली चला चुका है आरोपी राजन

सतना। पुलिस पार्टी पर गोली चलाकर हमला करने जैसा दुःसाहस करने वाला कुख्यात अपराधी राजन करही पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। आतंक का पर्याय बन चुका राजन हाल ही में रंगदारी नहीं मिलने पर एक हाइवा को आग के हवाले कर देने के बाद सुर्खियों में बना हुआ था। कई संगीन अपराध कर चुके इनामी अपराधी राजन पर कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अजय कटेसरिया ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई करते हुए उसे सेन्ट्रल जेल सतना भेजने के आदेश किए हैं।
जानकारी के अनुसार आरोपी राजन सिंह करही की गिरफ्तारी के लिए 10 हजार रुपए का इनाम घोषित था। नागौद थाना क्षेत्र में हाइवा को आग लगाने की घटना के बाद पुलिस उसकी तलाश तेजी से कर रही थी। पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह खुद इसके मामले को मॉनीटर कर रहे थे और उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार शिकंजा कसते जा रहे थे। कुछ दिनों पहले ही आरोपी की संपत्ति कुर्क करने के संबंध में आरोपी के दक्षिणी पतेरी स्थित आवास पर नोटिस चस्पा करते हुए जमीन की नापजोख कराई गई थी। इसके बाद एसडीएम और सीएसपी दोबारा उसके घर जाकर परिवार जनों को लास्ट वार्निंग भी दे आए थे। बताया जाता है कि एक साल पहले आरोपी ने कट्टे से फायर कर पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया था। इसके बाद लगातार अपराध करता रहा और फिर दिसंबर 2020 में पुलिस ने उसे पकड़ा। जमानत होने के बाद आरोपी फिर अपराध करने लगा। अब तक आरोपी राजन के खिलाफ नागौद, सिंहपुर समेत शहर के थानों में 28 अपराध कायम हो चुके हैं।
2007 से आपराधिक गतिविधियों में लिप्त
निरोधादेश पारित करने के लिए डीएम को दिए प्रतिवेदन में पुलिस अधीक्षक के अनुसार राजन सिंह पिता उदयभान सिंह निवासी करही पवाई हाल निवास दक्षिणी पतेरी (35) शातिर आदतन अपराधी है। जो 2007 से आपराधिक गतिविधियों में लिप्त है। आये दिन मारपीट करना, गाली गलौज करना, गुण्डा टैक्स वसूलना, हत्या का प्रयास एवं अवैध शस्त्र लेकर अपने साथियों के साथ मिलकर मारपीट कर लूट करना, शराब पीने के लिए पैसा मांगना, बलवा करना, लूट का प्रयास करना जैसे जघन्य अपराध लगातार घटित कर रहा है। इसका क्षेत्रवासियों में इतना भयंकर भय और आतंक व्याप्त है कि इसके विरुद्ध कोई थाने में रिपोर्ट करने की हिम्मत नहीं करता है और न्यायालय में लोग साक्ष्य देने से डरते हैं। इससे आम जनमानस का जीवन संकटमय हो गया है। भयंकर दुःसाहसिक अपराधी है। इसकी आपराधिक गतिविधियां दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इस पर जिला बदर की कार्यवाही भी अंकुशकारी प्रभाव नहीं डाल पा रही है। एसपी ने राजन की आपराधिक गतिविधियों पर नियंत्रण रखने राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम 1980 के तहत कठोर प्रतिबंधक कार्यवाही की मांग की थी।
लगाया रासुका
सभी साक्ष्यो, तथ्यों व परिस्थितियों के विचारोपरांत डीएम अजय कटेसरिया ने एसपी से सहमत होते हुए माना है कि राजन के कृत्यों से लोक सुरक्षा को खतरा है। इसके साथ ही राजन सिंह पिता उदयभान सिंह को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम 1980 की धारा 3(2) के तहत तीन माह के लिए निरोध में रखने का आदेश जारी किया है। राजन को निरुद्ध कर सेन्ट्रल जेल सतना में रखने आदेशित किया गया है।
थाने पहुंच पुलिस को दिया था चैलेंज
राजन करही के हौसले इतने बुलंद हो चुके थे कि उस पर पुलिस का भय लेस मात्र का नहीं रह गया था। 10 हजार का इनामी राजन विगत सप्ताह फरारी के दौरान न केवल थाना सिविल लाइन पहुंच कर पुलिस को खुला चैलेंज दिया था तो इसके बाद अदालत परिसर में जीप से फर्राटा मारते हुए आतंक फैलाया था। हालांकि इस घटना के बाद एसपी ने राजन पर फोकस करते हुए संबंधित अधिकारियों को इसे हर हाल में गिरफ्त में लेने का टास्क दिया था।
बुलेट प्रूफ जैकेट के साथ पुलिस ने की घेराबंदी
थाना प्रभारी सिविललाइन को जब राजन करही की उपस्थिति की सूचना मिली तो आनन फानन में वे बल के साथ उसकी घेराबंदी के लिए निकले। लेकिन पुलिस पर गोली चलाने की राजन की आदत से वाकिफ पुलिस इस बार बुलेट प्रूफ जैकेट से लैस होकर घेराबंदी के लिए निकली थी।
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