E-office system के तहत निगर निगम के दस्तावेजों को डिजिटलाइज कर दिया गया है। अब तकरीबन 80 फीसद फाइलों व आवेदनों का मूवमेंट एक शाखा से दूसरी शाखा व एक अधिकारी से दूसरे अधिकारी के बीच डिजिटली ही होगा। काफी हद तक यह काम शुरू हो चुका है। यहां ई-ऑफिस शुरू करने की तैयारी अंतिम दौर में है। इसके तहत अब अगर कोई मेल किसी अफसर को भेजा जाता है तो उसकी हॉर्ड कॉपी भी स्कैन कर उसे पीडीएफ फार्मेट में भेजा जा सकेगा। इसे न केवल मेल बल्कि ह्वाट्सएप के माध्यम से भी भेजा जा सकता है।
दरअसल कोरोना संक्रमण को लेकर अभी कुछ भी बता पाने संभव नहीं है, ऐसे में यह तय किया गया कि कुछ इस तरह से काम किया जाए ताकि मानवीय भागदौड़ न्यूनतम हो। इसी के तहत ई-ऑफिस की परिकल्पना को आकार दिया गया है। एनआईसी का यह सॉफ्टवेयर जल्द ही लॉंच कर दिया जाएगा। उससे पहले सभी लोगों के ई-मेल आईडी जेनरेट किए जा रहे हैं। सभी संबंधितों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी। वैसे यह सिस्टम पहले मास्टर ट्रेनर के माध्यम से लागू की जाएगी और मास्टर ट्रेनर ही अन्य लोगो को इसकी ट्रेनिंग देंगे।
“कोरोना संक्रमण से बचने के लिए डिजिटलाइजेशन ही सबसे बेहतर विकल्प है। निगम में आंतरिक तौर पर फाइलों का अंतरण डिजिटल फार्मेट पर शुरू कर दिया गया है। जल्द ही ई-ऑफिस भी शुरू करने की तैयारी है।” अमनवीर सिंह-नगर आयुक्त