नागौद के पास एक गांव में पेड़ गिरने से घर में बंधे एक मवेशी की मौत हो गई। कई जगह हाइवे में पेड़ गिरने की जानकारी आ रही है। जिससे घंटों तक यातायात बाधित रहा है। कृषि विज्ञानिकों का कहना है कि बिन मौसम बारिश खलिहानों में रखी फसलों के लिए नुकसानदाई है। जबकि बोवनी वाले खेतों के लिए अमृत की बूंद है।
मौसम बदलाव की पहले से थी आशंका
पहले ही मौसम विज्ञानिकों ने पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव को कारण अगले दो दिन मौसम में बदलाव होने की आशंका जताई थी। मौसम विभाग ने 12 व 13 दिसंबर को मौसम खराब रहने और रात में गरज चमक के साथ हल्की बारिश होने का अनुमान लगाया था। कहा था कि, उत्तर भारत के कई राज्यों में प्रभावी वेस्टर्न डिस्टर्वेस का प्रभाव अगले दो दिन विंध्य प्रदेश के जिलो में देखने को मिलेगा। इस कारण गुरुवार को सुबह से आसमान में धुंध छाई रही। फिर दोपहर बाद मौसम ने करवट लिया और शाम को गरज चमक जोरदार बारिश हुई।
पहले ही मौसम विज्ञानिकों ने पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव को कारण अगले दो दिन मौसम में बदलाव होने की आशंका जताई थी। मौसम विभाग ने 12 व 13 दिसंबर को मौसम खराब रहने और रात में गरज चमक के साथ हल्की बारिश होने का अनुमान लगाया था। कहा था कि, उत्तर भारत के कई राज्यों में प्रभावी वेस्टर्न डिस्टर्वेस का प्रभाव अगले दो दिन विंध्य प्रदेश के जिलो में देखने को मिलेगा। इस कारण गुरुवार को सुबह से आसमान में धुंध छाई रही। फिर दोपहर बाद मौसम ने करवट लिया और शाम को गरज चमक जोरदार बारिश हुई।
मावठे की बारिश से लाभ
ठंड के मौसम में विंध्य प्रदेश में हुई मावठे की बारिश से ठंड के जोर पकडऩे की उम्मीद अब और बढ़ गई है। कहते है कि इस मौसम में मावठे की पहली बारिश रबी की खेती के लिए फायदेमंद हो सकती है, लेकिन खलिहानों में रखी फसलों के लिए नुकसानदाई है। तीन माह से बारिश न हाने के कारण खेतों में नमी कम हो गई थी। गुरुवार की शाम को हुई झमाझम बारिश खेतों में खड़ी फसलों को लाभ कारी बताई जा रही है।
ठंड के मौसम में विंध्य प्रदेश में हुई मावठे की बारिश से ठंड के जोर पकडऩे की उम्मीद अब और बढ़ गई है। कहते है कि इस मौसम में मावठे की पहली बारिश रबी की खेती के लिए फायदेमंद हो सकती है, लेकिन खलिहानों में रखी फसलों के लिए नुकसानदाई है। तीन माह से बारिश न हाने के कारण खेतों में नमी कम हो गई थी। गुरुवार की शाम को हुई झमाझम बारिश खेतों में खड़ी फसलों को लाभ कारी बताई जा रही है।