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प्याज की डाक तो मंडी में प्रवेश तक नहीं

प्रशासक को करना पड़ा हस्तक्षेप

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प्याज की डाक तो मंडी में प्रवेश तक नहीं

प्याज की डाक तो मंडी में प्रवेश तक नहीं

सतना. जिले में अनाज के सााथ-साथ प्याज का उत्पादन करने वाले अन्नदाताओं पर इन दिनों दोहरी मार पड़ रही है। एक तरफ किसान की उपज बेमौसम बारिश से बर्बाद हो रही है, तो दूसरी तरफ फ सल का विक्रय करने के लिए अन्नदाता को दर-दर भटकना पड़ रहा है। किसान हितैषी सरकार के दावे करने वाली प्रदेश सरकार के सरकारी नुमाइंदे अन्नदाता की समस्या का समाधान करने की बजाय इधर-उधर भटका रहे हंै। एक ऐसा ही मामला कृषि उपज मंडी स्थित नवीन फ ल सब्जी मंडी में मंगलवार को सामने आया,जब प्याज का विक्रय करने के लिए आने वाले किसान को अंदर प्रवेश करने में पाबंदी लगा दी गई। मंडी कर्मचारियों ने प्रवेश पर्ची काटने के बजाय यह कह दिया कि यहां प्याज की डाक नही होती। अंतत: मामला जब मंडी भारसाधक अधिकारी तक पहुंचा तब मंडी कर्मचारी हरकत में आए और किसान की प्रवेश पर्ची काट कर उसे अंदर आने दिया।


क्या था मामला
मंगलवार के दिन कोठी तहसील के कोठरा गांव के 65 वर्ष किसान राजेंद्र सिंह ऑटो में 40 बोरी प्याज लेकर सुबह 8 बजे कृषि उपज मंडी स्थित नवीन फ ल सब्जी में पहुंच गए। भारसाधक अधिकारी पीएस त्रिपाठी के हस्तक्षेप पर किसान को प्रवेश मिला। दोपहर तक फल सब्जी मंडी में न तो प्याज खरीदने वाले व्यापारी रहे और न ही मंडी के डाक कर्मचारी। यह कोई पहला मामला नहीं है रोजाना ही इसी तरह किसान अपनी उपज लेकर पहुंचते तो जरुर है, लेकिन उन्हें मायूस होकर कुछ घंटे बाद अपने घर लौटना पड़ता है।