scriptSatna में सांसों की नहीं चिंता, इंस्टॉल होने के ३१ दिन बाद भी नहीं चालू हो पाए ऑक्सीजन प्लांट | Oxygen plant not installed in Satna | Patrika News

Satna में सांसों की नहीं चिंता, इंस्टॉल होने के ३१ दिन बाद भी नहीं चालू हो पाए ऑक्सीजन प्लांट

locationसतनाPublished: Sep 03, 2021 02:21:09 am

Submitted by:

Pushpendra pandey

ढुलमुल रवैया: जिम्मेदारों की मनमानी और जनप्रतिनिधियों की अनदेखी का नतीजा

oxygen plant Satna

oxygen plant Satna

सतना. जिले के अफसरों के ढुलमुल रवैये से ऑक्सीजन प्लांट इंस्टॉल होने के ३१ दिन बाद भी शुरू नहीं हो पाए हैं। लापरवाही का आलम यह है कि मेडिकल ऑक्सीजन सप्लाई की अभी टेस्टिंग तक नहीं हो पाई है। दोनों प्लांट के जल्द शुरू होने की संभावना भी नहीं नजर आ रही है। जिम्मेदार भी नहीं बता पा रहे कि कब तक शुरू हो पाएंगे। इधर, गुरुवार को सांसद गणेश सिंह ने जिला अस्पताल पहुंचकर ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना और लोकार्पण की तैयारियों का निरीक्षण किया। सांसद सिंह ने बताया कि जिला अस्पताल में स्थापित एक-एक हजार लीटर प्रति मिनट क्षमता के दो ऑक्सीजन प्लांट भारत सरकार के रक्षा संगठन डीआरडीओ द्वारा डिजाइन किए गए हैं। ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की एजेंसी एलएंडटी है। एनएचआई के निर्देशन में किया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से दोनों ऑक्सीजन प्लांट का वर्चुअल लोकार्पण जल्द ही कराया जाएगा।
पीएम केयर फंड से मिले थे प्लांट
दरअसल, पीएम केयर फंड से जिला अस्पताल के लिए एक-एक हजार लीटर के दो ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत हुए। पहला प्लांट २५ मई २१ को स्वीकृत किया गया था। दूसरा प्लांट २९ जून २१ को। पहला ऑक्सीजन प्लांट २८ जुलाई को जिला अस्पताल पहुंच गया था। उसे दूसरे दिन ही ट्रामा यूनिट के बगल में एलएनटी द्वारा इंस्टॉल कराया गया। दूसरा ऑक्सीजन प्लांट १६ अगस्त को जिला अस्पताल पहुंचा, जो लापरवाही की वजह से दो दिनों तक ट्रक से नीचे नहीं उतारा जा सका। उसे मुश्किल से १८ अगस्त को इंस्टॉल किया गया।
दो प्लांट छिन भी गए
जिला अस्पताल के लिए चार ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत हुए थे। इनमें राज्य सरकार की ओर से स्वीकृत दो प्लांट एकाएक अफसरों की गलत रिपोर्टिंग की वजह से कैंसिल कर दिए गए। दो प्लांट कब तक शुरू होंगे, यह जवाब किसी के पास नहीं है। वहीं विकासखण्ड स्तर पर सिविल अस्पताल मैहर में जनभागीदारी से स्थापित ऑक्सीजन प्लांट डेढ़ माह पहले ही शुरू हो चुका है, पड़ोसी जिले रीवा में तो चार ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो चुके हैं।
सांसद बोले- पार्किंग को व्यवस्थित करें
जिला अस्पताल के मुख्य द्वार से नैदानिक केंद्र और ट्रामा यूनिट की तरफ जाने वाले रास्ते पर दो पहिया और चार पहिया वाहनों की मनमानी पार्किंग से मरीजों को आवाजाही में परेशानी हो रही थी। इसे सांसद ने गंभीरता से लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों को ट्रामा यूनिट के सामने बनी पार्किंग को शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो