बताया गया, लोगों को गुब्बारे बेचने वाली महिला ने अपना नाम गीता बताया। जब उससे यह पूछा गया कि वह गुब्बारे कहां से लाई है तो सतना स्थित एक खिलौना दुकान से लाना बताया। जब उससे और ज्यादा पूछताछ की गई तो खुद इलाहाबाद से आना बताया। साथ ही वहीं से गुब्बारे लाने की बात भी कही। कुछ लोगों को उसने दिल्ली से गुब्बारे लाना बताया।
सिटी कोतवाली पुलिस को उसने खुद को भोपाल से आना और वहीं से गुब्बारे लाना बताया। जिस तरीके से महिला लगातार गुब्बारे लाने और अपने आने का स्थान बदल रही है उसे लेकर संदेह के बादल गहराने लगे हैं। बहरहाल मामले में सिटी कोतवाली पुलिस ने एक लिखित शिकायत लेने के बाद अभी प्रकरण दर्ज नहीं किया है।
मामले में रजनीश द्विवेदी ने बताया कि जिस तरीके से महिला के पास काफी संख्या में पाकिस्तान जिंदाबाद वाले गुब्बारे मिले हैं उससे सवाल खड़ा हो रहा कि कोई सतना में ऐसे गुब्बारे खरीद रहा है। लेकिन इससे बड़ा सवाल यह है कि देश के अंदर पाकिस्तान को जिंदाबाद करने वाले कौन लोग हैं?
मुख्य पोस्ट ऑफिस के सामने पाकिस्तान जिंदाबाद वाले गुब्बारे बेचने वाली महिला से मामूली पूछताछ के बाद पुलिस ने जाने दिया। पुलिस ने लिखित शिकायत होने पर भी गंभीरता नहीं बरती। सिटी कोतवाली टीआइ विद्याधर पाण्डेय का कहना है कि शिकायत मिलने पर महिला से पूछताछ करते हुए उसके पास मौजूद गुब्बारे जांचे गए थे। लेकिन वो गुब्बारे नहीं मिले, जिनके बारे में शिकायत थी। इसके बाद महिला के साथ आए कुछ लोगों और उनके डेरों को भी जांचा गया पर पाक वाले गुब्बारे नहीं मिल सके। एेसे में पूछताछ के बाद महिला को जाने दिया गया।
गौरतलब है, बुधवार को पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखे गुब्बारे बेचे जाने का पता चलने पर बह्मनगवां निवासी रजनीश द्विवेदी ने गुब्बारे बेच रही महिला का वीडियो बनाकर पुलिस को दिया था। इसके साथ लिखित शिकायत भी कार्रवाई के लिए दी। गुब्बारे बेचने वाली महिला ने अपना नाम गीता बताया। वह अपना पता बताने में लोगों के साथ पुलिस को भी बरगला रही थी। हालांकि गंभीर मसले को भी पुलिस ने सामान्य तरीके से लेते हुए रफा दफा कर दिया। अब जब सवाल होने लगे तो पुलिस शिकायत करने वाले पर ही दबाव बना रही है। फरियादी से कहा जा रहा है कि वह खुद गुब्बारे तलाश कर बताए। जबकि मामले से संबंधित पूरी जानकारी वक्त रहते फरियादी ने पुलिस को दी थी।
एक बड़ा सवाल है कि अगर पुलिस के डर से महिला और उसके साथियों ने पाकिस्तान जिंदाबाद वाले गुब्बारे छिपा दिए तो उन्हें पुलिस तलाश क्यों नहीं पाई? कुछ ही घंटों में शहर से बाहर तो गुब्बारे नहीं भेजे जा सकते थे। एेसे में गुब्बारे शहर के अंदर ही रहे होंगे। पुलिस की ढीली कार्यशैली से इस गंभीर मसले पर सख्ती से कार्रवाई नहीं की जा सकी।