मिली जानकारी के अनुसार पत्र में उल्लेख किया गया है, कि स्वच्छता सर्वेक्षण-२०१८ का कार्यक्रम प्रगति पर है। एेसे में -सुअर पालकों को कई बार हिदायत दी गई की -सुअर को आवारा न छोंडे। इन्हे छोडऩे के कारण नालियां जाम होती है। वहीं शहर के अंदर गंदगी बनी रहती है। साथ ही पर्यावरण प्रदुषण भी होता है। जबकि -सुअर पालकों ने निगम से पालन की अनुमति भी नहीं ली है। लिहाजा -सुअर पालको पर कारवाई करें।
नगर निगम प्रशासन के लिए -सुअरजी का जंजाल बने हुए हैं। लिहाजा अब -सुअर पालकों पर नकेल कसने की कवायद की जा रही है। बकायदा इसके लिए निगम द्वारा सर्वप्रथम -सुअर पालकों की क्रमंबद्व तरीके से सूची तैयार करवाई गई है। साथ ही कोलगंवा, सिटी कोतवाली पुलिस को निगम प्रशासन ने पत्र भेजकर इन पर कारवाई करने के निर्देश दिए हैं। अब देखना होगा की शहर सरकार इस नए अभियान में कितना सफल हो पाती है।
सतना नगर निगम ने समूचे नगर के अंदर 33 -सुअर पालकों को चिन्हित किया है। इसमें टाप थ्री लोगों का नाम भी उजागर किया गया है। जिनके पास सर्वाधिक -सुअर हैं। समस्त पालकों की सूची भी पुलिस को सौंपी गई है। अब देखना होगा की कब से पुलिस -सुअर पालकों पर कारवाई करने का जिम्मा उठाती है। क्या वाकई आवारा सुअरों से शहरवासियों को आजादी मिलगी?
– पालकनाम संख्या
– तितूर बसोर 100
– विही लाल बसोर 175
– गांधी बसोर 50