मंत्री लखन घनघोरिया विभागवार योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने जैसे ही बिजली विभाग की समीक्षा शुरू की वैसे ही बिजली गुल हो गई। बिजली गुल होने के बाद मंत्री लखन घनघोरिया असहज दिखे।
इस बैठक में भाजपा सांसद गणेश सिंह भी मौजूद थे। बिजली विभाग की समीक्षा के दौरान जैसे ही लाइट गई सांसद गणेश सिंह ने कहा- मैंने पहले ही कहा है कि प्रदेश में या तो कांग्रेस रह सकती है या बिजली पर दोनों साथ में नहीं रह सकते हैं।
इस बीच बैठक में मौजूद सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने स्थिति को संभालते हुए भाजपा की पूर्व सरकार पर आरोप लगाया। सिद्धार्थ कुशवाहा ने कहा- बीजेपी के शासनकाल में जो खंभे और तार खींचे गए थे उसमें गड़बड़ी हुई थी जिस कारण से बिजली गुल हो रही है। भाजपा के शासनकाल की गड़बड़ी अब सामने आ रही है।
सीएम भी कर चुके हैं बिजली कटौती का सामना
मध्यप्रदेश में हो रही अघोषित बिजली कटौती का सामना खुद मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री कमल नाथ ( Kamal Nath ) भी कर चुके हैं। लोकसभा ( LOk sabha )चुनाव के दौरान सीएम कमलनाथ छिंदवाड़ा में बिजली कटौती का सामना कर चुके हैं। तो भोपाल के बिजली अधिकारियों ने ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह को बिजली कटौती का कारण चमगादड़ों को बताया था।