2023 की तैयारी कांग्रेस ने उपचुनाव के बाद अब 2023 के चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। उपचुनाव के फीडबैक कांग्रेस के लिये बहुत अच्छे नहीं रहे हैं। तीन उपचुनाव हार गए और इकलौती रैगांव सीट जीत पाए। लेकिन जिस तरीके से रैगांव में कांग्रेस संगठन की सक्रियता होनी थी वह नहीं दिखी। कई अपेक्षित चेहरे चुनाव के दौरान जमीनी स्तर पर वैसा काम करते नहीं दिखे जैसी अपेक्षा थी। इसके बाद जिला संगठन प्रभारियों की बैठक में तय किया गया है कि जल्द ही फेरबदल कर दिया जाना चाहिए ताकि नये चेहरे 2023 के आम चुनाव के लिये न केवल खुद तैयार हो सकें बल्कि संगठन को भी मजबूत कर सकें। इसके लिये नये चेहरों को सामने लाने पर जोर दिये जाने का निर्णय लिया गया है तो सालों से संगठन में जमे चेहरों को अब जिम्मेदारी से मुक्त करने पर भी सहमति बन गई है। हालांकि यह बदलाव पूरे प्रदेश में होना है लेकिन विन्ध्य में बदलाव पर सभी का फोकस है।
सतना भी रेड जोन में जो संकेत मिले हैं उसमे सतना जिला संगठन के पदाधिकारी भी रेड जोन में है। यहां भी बदलाव की संभावना प्रबल मानी जा रही है। इसके लिये तमाम नामों पर तलाश शुरू हो गई है। विधायकों से फीड बैक तो लिया ही जा रहा है बल्कि वरिष्ठ नेताओं से भी राय मशविरा लिया जाकर बदलाव की रणनीति और चेहरे तय किये जाएंगे।
नये चेहरे पर जोर यह तय किया गया है कि बदलाव में अब पीढ़ी परिवर्तन को भी ध्यान में रखना है और नया नेतृत्व भी तैयार करना है। इसके लिये संगठन में 50 साल की उम्र का फार्मूला तय किया गया है। वहीं संगनात्मक पदों के लिये क्षेत्रीय और स्थानीय जातीय समीकरणों पर भी गौर किया जाएगा। इसके साथ ही कोशिश होगी कि जो भी चेहरा चुना जाए उसमें ज्यादा से ज्यादा आम सहमति बने और कम से कम विरोध की स्थिति बने साथ ही उसकी सक्रियता और सामर्थ्य आगामी 2023 के चुनाव के अनुकूल हो। जिस तरह के संकेत है उससे माना जा रहा है कि यह फेरबदल एक- दो माह के अंदर हो सकती है।