इसमें सीबीएसई, आईसीएसई और सरकारी स्कूल के छात्र भी शामिल हो सकेंगे। इसके लिए छात्रों का चयन स्कूल को स्वयं करना होगा। छात्र को जनवरी के तीसरे सप्ताह में मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय के ऑनलाइन पोर्टल पर रजिस्टर करना होगा। इसके बाद छात्रों की लिखित परीक्षा होगी। इसमें देश भर से 60 छात्रों का चयन होगा।
विशेषज्ञ करेंगे मॉनीटरिंग
चयनित होने पर छात्रों को 30-30 के ग्रुप में बांटा जाएगा। छात्रों की टीम को विशेषज्ञ मॉनीटर करेंगे। जरूरी बिंदुओं पर विशेषज्ञ छात्र की मदद भी करेंगे। जारी निर्देश में विभिन्न स्कूल के प्राचार्य को छात्र के बीच रिसर्च प्रोग्राम को बढ़ावा देने की बात कही गई है। इसके लिए स्कूल को समय-समय पर छात्र को रिसर्च के विषय पर जानकारी देनी होगी। साथ ही रिसर्च कर रहे छात्रों को उसकी रिपोर्ट संबंधित विषय के शिक्षक को देनी होगी। विषय पर शिक्षक को भी निर्देश दिया गया है कि वे जिस विषय पर रिसर्च करने की जिम्मेदारी देंगे, उसकी जानकारी उन्हें भी होनी चाहिए। इससे छात्रों को रिसर्च की जानकारी मिलेगी। साथ ही छात्र में रिसर्च का माहौल विकसित हो सकेगा।
चयनित होने पर छात्रों को 30-30 के ग्रुप में बांटा जाएगा। छात्रों की टीम को विशेषज्ञ मॉनीटर करेंगे। जरूरी बिंदुओं पर विशेषज्ञ छात्र की मदद भी करेंगे। जारी निर्देश में विभिन्न स्कूल के प्राचार्य को छात्र के बीच रिसर्च प्रोग्राम को बढ़ावा देने की बात कही गई है। इसके लिए स्कूल को समय-समय पर छात्र को रिसर्च के विषय पर जानकारी देनी होगी। साथ ही रिसर्च कर रहे छात्रों को उसकी रिपोर्ट संबंधित विषय के शिक्षक को देनी होगी। विषय पर शिक्षक को भी निर्देश दिया गया है कि वे जिस विषय पर रिसर्च करने की जिम्मेदारी देंगे, उसकी जानकारी उन्हें भी होनी चाहिए। इससे छात्रों को रिसर्च की जानकारी मिलेगी। साथ ही छात्र में रिसर्च का माहौल विकसित हो सकेगा।
पांच विषयों में रिसर्च का मौका
रिसर्च के इच्छुक छात्र को पांच विषयों में अपनी योग्यता दिखानी होगी। विषय के तौर पर पांच विकल्प मेल्ट डाउन, ग्लोबल वार्मिंग, जल संरक्षण, ग्लेशियर और एग्रीकल्चर चैलेंज को शामिल किया गया है।
रिसर्च के इच्छुक छात्र को पांच विषयों में अपनी योग्यता दिखानी होगी। विषय के तौर पर पांच विकल्प मेल्ट डाउन, ग्लोबल वार्मिंग, जल संरक्षण, ग्लेशियर और एग्रीकल्चर चैलेंज को शामिल किया गया है।