पार्षद ने लिखा था पत्र
स्टेडियम के बगल में स्थित शराब दुकान को लेकर स्थानीय स्तर पर विरोध है। जब पहली बार दुकान खुली, तो स्थानीय लोगों ने विरोध जताया और निगम को शिकायत की। उसके बाद निगम ने दुकान हटवा दी थी। लेकिन, चंद दिनों बाद फिर से निगम के अधिकार क्षेत्र वाली दुकान में शराब दुकान खुल गई। इससे स्थानीय रहवासी नाराज हो गए। मामले को लेकर दोबारा स्थानीय पार्षद भरत गुप्ता ने निगमायुक्त के नाम शिकायती पत्र 30 अप्रैल को दिया। कोई जवाब नहीं मिला। इससे नाराज पार्षद व एनएसयूआइ, युकां कार्यकर्ताओं सहित स्थानीय लोगों ने बुधवार को धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। करीब तीन 3 घंटे तक धरना प्रदर्शन चलता रहा।
स्टेडियम के बगल में स्थित शराब दुकान को लेकर स्थानीय स्तर पर विरोध है। जब पहली बार दुकान खुली, तो स्थानीय लोगों ने विरोध जताया और निगम को शिकायत की। उसके बाद निगम ने दुकान हटवा दी थी। लेकिन, चंद दिनों बाद फिर से निगम के अधिकार क्षेत्र वाली दुकान में शराब दुकान खुल गई। इससे स्थानीय रहवासी नाराज हो गए। मामले को लेकर दोबारा स्थानीय पार्षद भरत गुप्ता ने निगमायुक्त के नाम शिकायती पत्र 30 अप्रैल को दिया। कोई जवाब नहीं मिला। इससे नाराज पार्षद व एनएसयूआइ, युकां कार्यकर्ताओं सहित स्थानीय लोगों ने बुधवार को धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। करीब तीन 3 घंटे तक धरना प्रदर्शन चलता रहा।
24 घंटे का अल्टीमेटम
प्रदर्शनकर्मियों ने जिला आबकारी विभाग व निगम प्रशासन को 24 घंटे का वक्त दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि शराब दुकान हटाने की मांग नहीं मानी गई तो क्रमिक हड़ताल की जाएगी। साथ ही शराब दुकान के सामने भजन कीर्तन कर शांतिपूर्वक विरोध प्रकट किया जाएगा। किसी भी विषम स्थिति के लिए प्रशासन जिम्मेदार है।
प्रदर्शनकर्मियों ने जिला आबकारी विभाग व निगम प्रशासन को 24 घंटे का वक्त दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि शराब दुकान हटाने की मांग नहीं मानी गई तो क्रमिक हड़ताल की जाएगी। साथ ही शराब दुकान के सामने भजन कीर्तन कर शांतिपूर्वक विरोध प्रकट किया जाएगा। किसी भी विषम स्थिति के लिए प्रशासन जिम्मेदार है।
शराब दुकान बंद करवाने को लेकर पत्र निगमायुक्त को 30 अप्रैल को दिया था। आज तक जवाब नहीं मिला। इसके बाद हम लोगों ने धरना दिया। 24 घंटे का वक्त है। वरना क्रमिक हड़ताल शुरू की जाएगी।
भरत गुप्ता, पार्षद
भरत गुप्ता, पार्षद
मौके पर मैं गया था। मामले को विवेचना में लिया गया है। जांच करवाई जाएगी, यदि गलत है तो नियमानुसार आगामी कार्रवाई करंेगे।
पीएल राकेश, जिला आबकारी अधिकारी
पीएल राकेश, जिला आबकारी अधिकारी