एक्सरे और रिपोर्ट में लगते हैं घंटों
जिलेभर से प्रतिदिन डेढ़ से दो सौ मरीज एक्सरे जांच के लिए जिला अस्पताल पहुंचते हैं। दो रेडियोग्राफर को पांच घंटे में सभी पीडि़तों की जांच करने की बड़ी चुनौती होती है। जांच के बाद रिपोर्ट भी बांटना मुश्किल भरा होता है। स्टाफ की कमी और पीडि़तों की संख्या अधिक होने से सभी की जांच संभव नहीं हो पाती है। पीडि़तों को मजबूरी में निराश होकर लौटना पड़ता है।
जिलेभर से प्रतिदिन डेढ़ से दो सौ मरीज एक्सरे जांच के लिए जिला अस्पताल पहुंचते हैं। दो रेडियोग्राफर को पांच घंटे में सभी पीडि़तों की जांच करने की बड़ी चुनौती होती है। जांच के बाद रिपोर्ट भी बांटना मुश्किल भरा होता है। स्टाफ की कमी और पीडि़तों की संख्या अधिक होने से सभी की जांच संभव नहीं हो पाती है। पीडि़तों को मजबूरी में निराश होकर लौटना पड़ता है।
इमरजेंसी, एमएलसी, भर्ती मरीजों की भी जांच का जिम्मा
नैदानिक केंद्र स्थित एक्सरे विभाग में ओपीडी में आने वाले पीडि़तों के अलावा इमरजेंसी, एमएलसी और भर्ती मरीजों की जांच का जिम्मा होता है। इनकी वरीयता के आधार पर पहले जांच करनी होती है। एेसी में आए दिन विवाद की भी स्थिति बनती है। प्रबंधन को व्यवस्था बनाए रखने मजबूरी में सुरक्षाकर्मी तैनात करना पड़ा है।
नैदानिक केंद्र स्थित एक्सरे विभाग में ओपीडी में आने वाले पीडि़तों के अलावा इमरजेंसी, एमएलसी और भर्ती मरीजों की जांच का जिम्मा होता है। इनकी वरीयता के आधार पर पहले जांच करनी होती है। एेसी में आए दिन विवाद की भी स्थिति बनती है। प्रबंधन को व्यवस्था बनाए रखने मजबूरी में सुरक्षाकर्मी तैनात करना पड़ा है।
जिला अस्पताल में होने वाली एक्सरे जांच
माह एक्सरे जांच
जनवरी 3654
फरवरी 3356
मार्च 3641
अप्रैल 3487 रेडियोग्राफर के पद सालों से खाली
स्वीकृत पद कार्यरत रिक्त
8 4 4
माह एक्सरे जांच
जनवरी 3654
फरवरी 3356
मार्च 3641
अप्रैल 3487 रेडियोग्राफर के पद सालों से खाली
स्वीकृत पद कार्यरत रिक्त
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