जैसे ठहर गई दुनिया…
जयपुरPublished: Oct 25, 2015 11:47:00 am
सोशल मीडिया पर भी नहीं जा पाए संदेश
शहर में युवक की हत्या एवं इसके बाद आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर माहौल गरमाने पर जिला कलक्टर के निर्देश पर शनिवार दोपहर में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया। पहली बार जिले में इंटरनेट सेवाएं बंद करवाने से खलबली मच गई। इससे सभी तरह की ऑनलाइन सेवाएं ठप हो गई, वहीं सोशल मीडिया पर संदेशों का आदान-प्रदान थम गया।
जिला मजिस्ट्रेट एवं कलक्टर डॉ.टीना कुमार ने शनिवार को शहर में धारा-144 लागू करते हुए पूरे जिले में 2जी, 3जी, 4जी डाटा, इंटरनेट सर्विसेज को बंद करने के आदेश जारी किए। इसके तहत बल्क एसएमएस, एमएमएस, व्हाट्सअप, फेसबुक, टिवट्र व इंटरनेट से संचालित होने वाले अन्य सोशल मीडिया पर सुबह 11 बजे से आगामी 24 घंटे तक प्रतिबंध लगा दिया। आदेश का उल्लंघन करने पर भारतीय दण्ड संहिता के तहत कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
तीन घंटे लगे सेवाएं बंद होने में
सुबह 11 बजे इंटरनेट सेवाएं बंद करने के आदेश जारी हुए, लेकिन सेवाएं प्रदाता कंपनियों को इन्हें रोकने में करीब तीन घंटे लग गए। इंटरनेट सेवाएं दोपहर करीब 2 बजे बंद हो पाई। इस दौरान तीन घंटे तक सोशल मीडिया पर शहर के घटनाक्रम से जुड़े संदेश व फोटो वायरल होते रहे। कई तरह की अफवाहें भी चल पड़ी।
अटक गए जरूरी काम
ऑनलाइन सेवाएं ठप होने से लोगों के कई जरूरी कार्य अटक गए। बैंकों में चौथे शनिवार का अवकाश बंद होने से लोग राशि आदान -प्रदान के लिए नेटबैकिंग सेवाओं का सहारा ले रहे थे। इंटरनेट बंद होते ही नेट बैकिंग ठप हो गई, जिससे व्यापारिक संस्थानों के कामकाज पर प्रतिकूल असर पड़ा। ई-मेल सेवाएं बंद होने से भी लोग कई जरूरी संदेश पाने से वंचित रह गए।
गुजरात में लग चुकी है रोक
इंटरनेट सेवा पर प्रतिबन्ध इससे पूर्व गत दिनों गुजरात सरकार ने वहां पटेल आरक्षण आंदोलन की कमान संभाल रहे हार्दिक पटेल की सभा के बाद दंगों को देखते हुए लगाए थे। बाद में कहीं भी माहौल बिगडऩे पर गुजरात व देश के विभिन्न क्षेत्रों में प्रशासन यह कदम उठाने लगा है।
बाधित हुई टेलीफोन सेवा भी
इंटरनेट सेवा को बन्द करने से कुछ समय के लिए टेलिफोन सेवा भी बाधित रही थी, जिससे बड़ी कम्पनियों के साथ व्यापारी वर्ग को परेशानी का सामना करना पड़ा है। दीपावली सीजन में ऑनलाइन सेवाएं व ई-मेल ठप होने का असर कपड़ा मण्डी के कामकाज पर दिखा। इससे व्यापारियों को आर्थिक नुकसान भी हुआ है।
समाचार पत्र भी हुए प्रभावित
इंटरनेट सेवा के बन्द होने से समाचार पत्र भी प्रभावित हुए। ग्रामीण क्षेत्र से ई-मेल आदि सूचना माध्यमों से आने वाले समाचार भी नहीं मिल सके। इंटरनेट बंद होने से लोग विभिन्न समाचार माध्यमों की वेबसाइट पर चल रही अपडेट्स से भी वंचित रहे। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से हादसों एवं आयोजन के समाचार और उनके फोटो मिलने में दिक्कत हुई।
तकनीकी राह नहीं बनी आसान
कालू के पास मोबाइल नहीं होने का पता लगते ही पुलिस एक बार हताश हो गई। मोबाइल नहीं होने से तकनीकी ज्ञान जांच में मददगार साबित नहीं हुआ। उसकी अंतिम लोकेशन, कॉल डिटेल तथा वार्ता के बारे में जांच में राह आसान नहीं हो पाई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्योतिस्वरूप शर्मा के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन कर दिया गया है। टीम सभी पहलुआें को ध्यान में रखते हुए कड़ी से कड़ी जोड़कर मामले के अनुसंधान में लग गई है। आइ्र्रजी मालिनी अग्रवाल ने कंट्रोल रूम पहुंच कर अधिकारियों से कानून व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। उसके बाद वह प्रतिनिधि मण्डल से मिली। आईजी ने भी जल्द से जल्द मामले का खुलासा करने का आश्वासन दिया।
इधर बचे तो उधर फंसे
सांगानेरी गेट पर खड़े पुलिस जाब्ते को देखकर गलियों में भगना मोटरसाईकिल सवार तीन लोगों को भारी पड़ गया। जिले के बेमाली निवासी पन्नालाल, पप्पूदेवी व शंकरलाल मोटर साइकिल से गुजर रहे थे। चौकी के बाहर पुलिस को देखा तो वे घबरा गए और चौकी के पीछे की गलियों से निकलने लगे। वे उधर पहुंचे तो कुछ युवकों ने उन्हें रोक लिया और पिटाई कर दी। इस दौरान पप्पूदेवी का पर्स छीन लिया जिसमें दस हजार रुपए रखे हुए थे। वहीं पन्नालाल की कान में पहन रखी मुरकियां छीन ली गई। उनके पीछे ढोकलिया निवासी राजूलाल लुहार व दो अन्य भी इसी रास्ते से गुजरे तो उनके साथ भी मारपीट हो गई।