bjp mp Controversial statement in Son Gharial Sanctuary” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/07/09/7_2_4814976-m.jpg”>Patrika IMAGE CREDIT: Patrika लाखों का बजट फिर भी नहीं हो रही वंशवृद्धि
घडिय़ालों के संरक्षण को प्रतिवर्ष लाखों रुपए का बजट आवंटित किया जाता है। विभाग इसे अपने तरीके से खर्च भी करता है, घडिय़ालों की संख्या नहीं बढ़ पा रही। स्थानीय जानकार इसके लिए रेत खनन को ही जिम्मेदार ठहरा रहे है। गत वर्ष उप्र से नर घडिय़ाल लाकर जोगदहा घाट में छोड़ा गया, किंतु प्रजनन में भागीदारी नहीं निभा पाया।
घडिय़ालों के संरक्षण को प्रतिवर्ष लाखों रुपए का बजट आवंटित किया जाता है। विभाग इसे अपने तरीके से खर्च भी करता है, घडिय़ालों की संख्या नहीं बढ़ पा रही। स्थानीय जानकार इसके लिए रेत खनन को ही जिम्मेदार ठहरा रहे है। गत वर्ष उप्र से नर घडिय़ाल लाकर जोगदहा घाट में छोड़ा गया, किंतु प्रजनन में भागीदारी नहीं निभा पाया।