सतना. प्रयागराज से लौटकर रेलवे कॉलोनी के रास्ते परिवार के साथ घर जा रही महिला के गले से बदमाशों ने मंगलसूत्र खींच लिया। इस सनसनीखेज वारदात को हुए छह दिन बीत चुके हैं लेकिन अपराध करने वालों का सुराग नहीं लग सका। शिकायत मिलने पर राजकीय रेल पुलिस अपने स्तर पर प्रयास तो कर रही है लेकिन इस वारदात ने रेलवे क्षेत्र में एक दफा फिर लुटेरों की दहशत का माहौल बना दिया। सूत्रों के अनुसार, राजेन्द्र नगर गली १६ निवासी राकेश गढ़वाल अपने रिश्तेदारों के साथ शिवरात्रि के दिन 11 मार्च को प्रयागराज गए थे। वहां से रात करीब 8 बजे काशी एक्सप्रेस से लौटे। इसके बाद परिवार के सदस्य रेलवे अस्पताल वाले रास्ते से राजेन्द्र नगर की ओर जा रहे थे। साथ में छोटे भाई की पत्नी होने पर राकेश आगे चल रहे थे जबकि उनकी बुआ का बेटा भोले मेहरा अपनी दो साल की पुत्री को गोद में लेकर पत्नी वंदना मेहरा और बहन पारखी गढ़वाल के साथ कुछ दूरी पर पीछे चल रहे थे। गाड़ी चढ़ाने की कोशिश जब यह सभी रेलवे अस्पताल के पास राजेन्द्र नगर की ओर बन रही नई रोड के सामने पहुंचे तभी बाइक सवार दो बदमाश आए और इनके ऊपर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की। इस बीच पीछे बैठे बदमाश ने वंदना के गले में झपट्आ मार मंगलसूत्र खींचा और दोनों भाग निकले। भोले और उनकी पत्नी वंदना नरसिंहपुर में रहते हैं और यहां राकेश के यहां रिश्तेदारी में आए थे। घटना के कुछ देर बाद ही उप थाना जीआरपी में लिखित शिकायत दी गई थी। लेकिन छह दिन बाद भी अपराधी बेसुराग हैं। करने होंगे सुरक्षा इंतजाम रेलवे कॉलोनी के पश्चिमी रास्ते का उपयोग अब ज्यादा होने लगा है। यहां से रेलवे स्टॉफ और शहर के पश्चिम क्षेत्र में रहने वाले लोगों की आवाजाही दिन रात लगी रहती है। कहने को रेलवे कॉलोनी गस्त के लिए जीआरपी स्टॉफ लगाया जाता है। लेकिन चेन स्नेचिंग की इस वारदात ने दहशत का माहौल बना दिया है। जरुरी है कि अपराधियों पर लगाम कसते हुए रेलवे क्षेत्र में सुरक्षा इंतजाम बढ़ाए जाएं।