पुलिस के अनुसार, चोर बैंक की खिड़की तोड़कर पीछे से घुसे। उनको आशंका थी कि सीसीटीवी कैमरा चालू होगा, इसलिए उन्होंने पहले कैमरे का तार काटा फिर बैंक में लगे हूटर का। इसके बाद वे तिजोरी के पास पहुंचे। तिजोरी न टूटने पर गैस कटर से काटा।
पुलिस पड़ताल में बैंक प्रबंधन की लापरवाही भी सामने आई। बैंक की सुरक्षा के लिए रात में सुरक्षाकर्मी की तैनाती नहीं की गई थी। जब वारदात के बारे में जानकारी जुटाने सीसीटीवी कैमरे से फुटेज देखने की कोशिश की गई तो पता चला कि सीसीटीवी कैमरा महीनों से खराब पड़ा है। बैंक मैनेजर महीनों से कैमरे में सुधार की जगह सिर्फ पत्राचार में ही जुटे रहे।
नोटबंदी के बाद जिले में बैंक में यह पहली चोरी है। बता दें कि नोटबंदी के बाद रुपए की किल्लत बनी हुई है। वर्तमान में भी एटीएम व बैंक खाताधारकों को राशि उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं।