विधानसभा चुनाव में मिली हार की सजा
यह कार्रवाई सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने की है। पार्टी ने डेढ़ सौ से अधिक सीटों पर प्रत्याशी उतारने का निर्णय किया था, लेकिन प्रदेश इकाई ५६ उम्मीदवार खड़े कर सकी थी। गौरी सिंह यादव सिलवानी विधानसभा सीट से लड़े थे, लेकिन उन्हें महज ३६०६ वोट मिले। भाजपा और कांग्रेस के कई बड़े नेताओं को पार्टी में लिए जाने के बाद भी सपा को एकमात्र बिजावर सीट पर जीत मिली थी।
यह कार्रवाई सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने की है। पार्टी ने डेढ़ सौ से अधिक सीटों पर प्रत्याशी उतारने का निर्णय किया था, लेकिन प्रदेश इकाई ५६ उम्मीदवार खड़े कर सकी थी। गौरी सिंह यादव सिलवानी विधानसभा सीट से लड़े थे, लेकिन उन्हें महज ३६०६ वोट मिले। भाजपा और कांग्रेस के कई बड़े नेताओं को पार्टी में लिए जाने के बाद भी सपा को एकमात्र बिजावर सीट पर जीत मिली थी।
ये हैं दावेदार
सपा सूत्रों के अनुसार प्रदेश सपा के नए अध्यक्ष की नियुक्ति इस माह के अंत तक हो जाएगी। पार्टी नई टीम के साथ लोकसभा चुनाव में उतरना चाहती है। साथ ही उत्तर प्रदेश में बसपा से हुए गठबंधन की मध्यप्रदेश में भी संभावना टटोली जा रही है। प्रदेश अध्यक्ष के लिए फिलहाल जो नाम उभरकर आए हैं, उनमें दीपनारायण यादव, केके सिंह और नरेंद्र सिंह कुशवाह प्रमुख हैं। दीप नारायण पहले भी प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। केके सिंह सपा से विधायक रहे हैं और पूर्व विधायक कुशवाह हाल के विधानसभा चुनाव में भाजपा छोड़कर सपा में आए हैं। कुशवाह और सिंह को पार्टी लोकसभा चुनाव में भी उतारने की तैयारी कर रही है।
सपा सूत्रों के अनुसार प्रदेश सपा के नए अध्यक्ष की नियुक्ति इस माह के अंत तक हो जाएगी। पार्टी नई टीम के साथ लोकसभा चुनाव में उतरना चाहती है। साथ ही उत्तर प्रदेश में बसपा से हुए गठबंधन की मध्यप्रदेश में भी संभावना टटोली जा रही है। प्रदेश अध्यक्ष के लिए फिलहाल जो नाम उभरकर आए हैं, उनमें दीपनारायण यादव, केके सिंह और नरेंद्र सिंह कुशवाह प्रमुख हैं। दीप नारायण पहले भी प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। केके सिंह सपा से विधायक रहे हैं और पूर्व विधायक कुशवाह हाल के विधानसभा चुनाव में भाजपा छोड़कर सपा में आए हैं। कुशवाह और सिंह को पार्टी लोकसभा चुनाव में भी उतारने की तैयारी कर रही है।