एक घंटे में निकाला दो ट्रॉली कचरा
सुबह जब सरोवर की सफाई के लिए जन कारवां तालाब पहुंचा तो जगतदेव मंदिर की सीढि़यों से लेकर पानी तक पूरा घाट गंदगी से पटा था। आस्था के केंद्र और जन भावना से जुड़े तालाब की दुर्दशा देख लोग निराश हुए। लेकिन हार नहीं मानी। तालाब के घाट तक वाहन नहीं पहुंचने पर लोगों ने मानव श्रंृखला बनाकर तालाब का कचरा बाहर निकालना शुरू किया। लगभग एक घंटे तक चले सफाई अभियान में मंदिर की सीढि़यों की सफाई कर घाट को गंदगी मुक्त कर दिया। एक घंटे के सफाई अभियान में लोगों ने दो ट्रॉली कचरा बाहर निकाला। उसे नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की मदद से कचरा वाहन में लोड किया गया।
अगले संडे फिर जुटेगा कारवां
सुबह जब सरोवर की सफाई के लिए जन कारवां तालाब पहुंचा तो जगतदेव मंदिर की सीढि़यों से लेकर पानी तक पूरा घाट गंदगी से पटा था। आस्था के केंद्र और जन भावना से जुड़े तालाब की दुर्दशा देख लोग निराश हुए। लेकिन हार नहीं मानी। तालाब के घाट तक वाहन नहीं पहुंचने पर लोगों ने मानव श्रंृखला बनाकर तालाब का कचरा बाहर निकालना शुरू किया। लगभग एक घंटे तक चले सफाई अभियान में मंदिर की सीढि़यों की सफाई कर घाट को गंदगी मुक्त कर दिया। एक घंटे के सफाई अभियान में लोगों ने दो ट्रॉली कचरा बाहर निकाला। उसे नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की मदद से कचरा वाहन में लोड किया गया।
अगले संडे फिर जुटेगा कारवां
पत्रिका के आह्वान पर तालाब की सफाई करने पहुंचे लोगों ने अमृतं जलम् कार्यक्रम की प्रसंशा करते हुए कहा कि सरोवर हमारी धरोहर एवं पहचान हैं। इनका संरक्षण न होने से शहर के जलस्रोत खत्म होते जा रहे हैं। पत्रिका ने ‘जल ही जीवन हैÓ का महत्व बताते हुए लोगों को सरोवर की सफाई के लिए प्रेरित किया। यह हमारे लिए अनुकरीय पहल है। लोगों ने कहा कि तालाबों की सफाई का अभियान रुकना नहीं चालिए। सभी ने अगले संडे फिर परिवार व मित्रों के साथ सुबह ६ बजे जगतदेव तालाब पहुंचकर अमृतं जलम् कार्यक्रम में भाग लेने का संकल्प दोहराया।
सराहनीय पहल
पत्रिका कई साल से अमृतं जलम् कार्यक्रम आयोजित कर तालाबों की सफाई और उनके संरक्षण का मुद्दा उठा रहा है। यह अखबार की सराहनीय पहल है। शहर की जनता को इस अभियान से जुड़कर मर रहे जलाशयों को बचाने के लिए आगे आना चाहिए। शहर के हृदय स्थल में स्थित जगतदेव तालाब से हमारी आस्था जुड़ी है। इस तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
पत्रिका कई साल से अमृतं जलम् कार्यक्रम आयोजित कर तालाबों की सफाई और उनके संरक्षण का मुद्दा उठा रहा है। यह अखबार की सराहनीय पहल है। शहर की जनता को इस अभियान से जुड़कर मर रहे जलाशयों को बचाने के लिए आगे आना चाहिए। शहर के हृदय स्थल में स्थित जगतदेव तालाब से हमारी आस्था जुड़ी है। इस तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
ममता पाण्डेय, महापौर तालाब में गंदगी न डाले जगतदेव तालाब लोगों की आस्था से जुड़ा है। इसलिए इसका महत्व अन्य तालाबों से अधिक है। पत्रिका ने अभियान चलाकर तालाब की सफाई का वीणा उठाया। यह सराहनीय कदम है। तालाबों में जो गंदगी है, वह लोगों ने ही की है। इसलिए शहर की जनता से मेरी अपील है कि वह सरोवरों में कचरा न डाले। जलाशयों को स्वच्छ रखने में निगम प्रशासन का सहयोग करे। शहर के तालाबों को संरक्षित करना मेरी प्राथमिकता में है। जगतदेव तालाब में सौंदर्यीकरण के साथ ही तालाब में जेसीबी उतार कर इसकी सफाई कराई जाएगी।
संदीप जी राजप्पा, आयुक्त नगर निगम सतना
संदीप जी राजप्पा, आयुक्त नगर निगम सतना