यह है पूरा मामला
दरअसल, मझगवां निवासी बस ट्रांसपोर्टर और भाजपा नेता श्रीकृष्ण मिश्र ने संगठन व सरकार पर सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। भाजपा नेता व मिश्र बंधु बस सर्विस के संचालक श्रीकृष्ण मिश्र के आरोप के अनुसार बीते माह 8 दिसम्बर को बारात छोडऩे जा रही उनकी बस एमपी19 पी 0390 से पहलवानपुरवा नारायणपुर के पास बांदा के नरैनी से विधायक राजकरण कबीर की स्कार्पियो यूपी90डब्ल्यू 5200 टकरा गई। विधायक की गाड़ी गलत साइड से आ रही थी। गाड़ी में मामूली टक्कर के बावजूद विधायक कबीर ने अपने साथियों के साथ बस के चालक-परिचालक से मारपीट र्की। दोनों से सात हजार रुपए सहित मोबाइल भी छीन लिये गए। घटना स्थल थाना बरौंधा का था, लेकिन रसूख के दम पर नरैली विधायक यूपी के फतेहगंज पुलिस को बुलाकर बस सहित चालक-परिचालक को ले गए। श्रीकृष्ण मिश्र ने बताया कि सतना कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद चालक-परिचालक को फतेहगंज पुलिस ने छोड़ दिया, लेकिन इसके पहले एफआइआर दर्ज कर ली थी। एक माह से ज्यादा समय बीतने के बाद भी बस वहीं थाना में खड़ी है।
दरअसल, मझगवां निवासी बस ट्रांसपोर्टर और भाजपा नेता श्रीकृष्ण मिश्र ने संगठन व सरकार पर सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। भाजपा नेता व मिश्र बंधु बस सर्विस के संचालक श्रीकृष्ण मिश्र के आरोप के अनुसार बीते माह 8 दिसम्बर को बारात छोडऩे जा रही उनकी बस एमपी19 पी 0390 से पहलवानपुरवा नारायणपुर के पास बांदा के नरैनी से विधायक राजकरण कबीर की स्कार्पियो यूपी90डब्ल्यू 5200 टकरा गई। विधायक की गाड़ी गलत साइड से आ रही थी। गाड़ी में मामूली टक्कर के बावजूद विधायक कबीर ने अपने साथियों के साथ बस के चालक-परिचालक से मारपीट र्की। दोनों से सात हजार रुपए सहित मोबाइल भी छीन लिये गए। घटना स्थल थाना बरौंधा का था, लेकिन रसूख के दम पर नरैली विधायक यूपी के फतेहगंज पुलिस को बुलाकर बस सहित चालक-परिचालक को ले गए। श्रीकृष्ण मिश्र ने बताया कि सतना कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद चालक-परिचालक को फतेहगंज पुलिस ने छोड़ दिया, लेकिन इसके पहले एफआइआर दर्ज कर ली थी। एक माह से ज्यादा समय बीतने के बाद भी बस वहीं थाना में खड़ी है।
जीरो की बजाय सीधे प्रकरण दर्ज किया, नहीं दी डायरी
भाजपा नेता की बस जब्त कर यूपी की फतेहगंज थाना पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल खड़े हो रहे हंै। आरोपों के अनुसार घटना बरौधा थाना इलाके में हुई थी, लिहाजा नरैनी विधायक राजकरण को यहीं शिकायत करनी थी। विधायक ने यदि फतेहगंज थाना में शिकायत की तो वहां जीरो पर कायमी कर केस बरौंधा थाना ट्रांसफर करना था। सतना कलेक्टर के निर्देश पर मझगवां एसडीएम ने आरआइ व पटवारी से घटना का नक्शा बनवाकर बांदा भेजा था। इस मामले में फतेहगंज पुलिस ने जीरो की बजाय सीधे अपराध पंजीबद्ध कर दिया और एक माह से डायरी भी दबा कर बैठ गई। बताया जा रहा कि नरैनी विधायक ने अपनी शिकायत में घटना फतेहगंज थाना इलाके में होना बताई थी जिसके बाद वहां प्रकरण कायम हुआ था।
भाजपा नेता की बस जब्त कर यूपी की फतेहगंज थाना पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल खड़े हो रहे हंै। आरोपों के अनुसार घटना बरौधा थाना इलाके में हुई थी, लिहाजा नरैनी विधायक राजकरण को यहीं शिकायत करनी थी। विधायक ने यदि फतेहगंज थाना में शिकायत की तो वहां जीरो पर कायमी कर केस बरौंधा थाना ट्रांसफर करना था। सतना कलेक्टर के निर्देश पर मझगवां एसडीएम ने आरआइ व पटवारी से घटना का नक्शा बनवाकर बांदा भेजा था। इस मामले में फतेहगंज पुलिस ने जीरो की बजाय सीधे अपराध पंजीबद्ध कर दिया और एक माह से डायरी भी दबा कर बैठ गई। बताया जा रहा कि नरैनी विधायक ने अपनी शिकायत में घटना फतेहगंज थाना इलाके में होना बताई थी जिसके बाद वहां प्रकरण कायम हुआ था।
उपेक्षा का लगाया आरोप
जिला उपाध्यक्ष व मझगवां मंडल अध्यक्ष रहे श्रीकृष्ण मिश्र द्वारा अपनी ही पार्टी व सरकार के खिलाफ बगावती तेवर अपनाते हुए आत्मदाह की चेतावनी से भाजपा का संगठन सकते में हैं। आखिर ये नौबत क्यों आई कि स्थाई जिला कार्यसमिति सदस्य को जिला कार्यालय के सामने आत्मदाह करने का ऐलान करना पड़ा। मुख्यमंत्री के नाम भेजे ज्ञापन में मिश्र ने घटनाक्रम का उल्लेख करते हुए बताया कि एमपी-यूपी दोनों राज्यों में बीजेपी की सरकार होने के बावजूद पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता की सुनवाई नहीं हो रही है। संगठन के नेताओं को मामले की जानकारी थी लेकिन किसी ने समस्या नहीं सुनी।
जिला उपाध्यक्ष व मझगवां मंडल अध्यक्ष रहे श्रीकृष्ण मिश्र द्वारा अपनी ही पार्टी व सरकार के खिलाफ बगावती तेवर अपनाते हुए आत्मदाह की चेतावनी से भाजपा का संगठन सकते में हैं। आखिर ये नौबत क्यों आई कि स्थाई जिला कार्यसमिति सदस्य को जिला कार्यालय के सामने आत्मदाह करने का ऐलान करना पड़ा। मुख्यमंत्री के नाम भेजे ज्ञापन में मिश्र ने घटनाक्रम का उल्लेख करते हुए बताया कि एमपी-यूपी दोनों राज्यों में बीजेपी की सरकार होने के बावजूद पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता की सुनवाई नहीं हो रही है। संगठन के नेताओं को मामले की जानकारी थी लेकिन किसी ने समस्या नहीं सुनी।
सांसद पहुंचे मनाने
शनिवार को सीएसपी महेंद्र सिंह सहित पुलिसबल जब भाजपा नेता को सिटी कोतवाली ले गई तो वहां सांसद गणेश सिंह व भाजपा जिलाध्यक्ष नरेंद्र त्रिपाठी भी मनाने पहुंचे। मौके पर एसपी धर्मवीर सिंह ने बांदा एसपी से बात कर बताया कि केस डायरी जल्द मिल जायेगी। इसके बाद मामले में आगे की कार्रवाई होगी। कार्रवाई का आश्वासन मिलते ही श्रीकृष्ण मिश्र ने अपनी शिकायत वापस ले ली और शाम 4 बजे मामला शांत हो गया।
शनिवार को सीएसपी महेंद्र सिंह सहित पुलिसबल जब भाजपा नेता को सिटी कोतवाली ले गई तो वहां सांसद गणेश सिंह व भाजपा जिलाध्यक्ष नरेंद्र त्रिपाठी भी मनाने पहुंचे। मौके पर एसपी धर्मवीर सिंह ने बांदा एसपी से बात कर बताया कि केस डायरी जल्द मिल जायेगी। इसके बाद मामले में आगे की कार्रवाई होगी। कार्रवाई का आश्वासन मिलते ही श्रीकृष्ण मिश्र ने अपनी शिकायत वापस ले ली और शाम 4 बजे मामला शांत हो गया।
बस मालिक बरौंधा थाना में घटना होने की शिकायत की है। नरैनी विधायक ने बांदा जिले की घटना बता कर प्रकरण दर्ज कराया था। पटवारी द्वारा नक्शा तैयार कराकर भेजा गया है। जल्द ही केस डायरी मिल जायेगी जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
धर्मवीर सिंह, एसपी
धर्मवीर सिंह, एसपी
